गुरुवर ओम दास महाराज,
सांगलिया की सत्संग बढ़ाई है,
सत्संग बढ़ाई है सांगलिया की,
महिमा बढ़ाई है,
मेरे गुरु ओम दास महाराज,
साहेब की सत्संग बढ़ाई है।।
लक्कड़ दास गुरु धूनी लगाई,
मंगल के मन भाई,
मीठा राम जी दूल्हा दास गुरु,
आकर आसण लगाई,
मेरे गुरु ओम दास महाराज,
साहेब की सत्संग बढ़ाई है।।
रामदास जी राम लीव लागी,
मान दास मन भाया,
लादू दास जी लाग्या भजन में,
साहब रा गुण गाया,
मेरे गुरु ओम दास महाराज,
साहेब की सत्संग बढ़ाई है।।
खिवादास जी की भक्ति को,
भगत दास वर्णाई है,
बंसी कृपा ओमदासजी पर,
जग में छाई है,
मेरे गुरु ओम दास महाराज,
साहेब की सत्संग बढ़ाई है।।
ओम दास गुरु जी की कृपा,
बजरंग कच्छावा बड़भागी,
ममता कच्छावा गाय सुनावे,
सायब सु लिव लागी,
मेरे गुरु ओम दास महाराज,
साहेब की सत्संग बढ़ाई है।।
गुरुवर ओम दास महाराज,
सांगलिया की सत्संग बढ़ाई है,
सत्संग बढ़ाई है सांगलिया की,
महिमा बढ़ाई है,
मेरे गुरु ओम दास महाराज,
साहेब की सत्संग बढ़ाई है।।
लेखक – बजरंग सिंह कच्छावा।
9928157513
सिंगर – ममता कच्छावा नोखा बीकानेर।