गुरु पूनम का पावन,
आया है त्यौहार,
गुरु चरणों में करना है,
वंदन बारम्बार।।
तर्ज – सावन का महीना।
पावन खुशी का ये,
पर्व है आया,
गुरु देव जी ने अपने,
पास बुलाया,
गुरु कृपा बरसेगी,
जब होएगा दीदार,
गुरु चरणों में करना है,
वंदन बारम्बार।।
हरि नाम का गुरुवर,
मंत्र जपाते,
प्रभु से मिलने की,
राह बतलाते,
पावन नाम को जपके,
हो जायेगा उद्धार,
गुरु चरणों में करना है,
वंदन बारम्बार।।
ऋषि मुनि देवों ने,
ये रीत चलाई,
संतों महंतो ने गुरु की,
महिमा गाई,
‘श्याम’ यही गुरुमंत्र करेगा,
भवसागर से पार,
गुरु चरणों में करना है,
वंदन बारम्बार।।
गुरु पूनम का पावन,
आया है त्यौहार,
गुरु चरणों में करना है,
वंदन बारम्बार।।
लेखन / गायन – घनश्याम मिढ़ा भिवानी।
संपर्क – 9034121523