गोरख योगी चेला,
तेरी भक्ति में खोया,
भक्ति में खोया,
भक्ति में खोया,
गोरख योगी चेल्ला,
तेरी भक्ति में खोया।।
राख रमाली तन पै बाबा,
तेरी भगती म्ह होया आधा,
पास नही ईब धेल्ला,
तेरी भगती म्ह खोया,
गोरख योगी चेल्ला,
तेरी भक्ति में खोया।।
तेरे नाम की खटक काया म्ह,
पड़या रहूँ सूँ तेरे पायाँ म्ह,
लगता जब जब मेल्ला,
तेरी भगती म्ह खोया,
गोरख योगी चेल्ला,
तेरी भक्ति में खोया।।
पहले रोट बणाता तेरा,
तू हे नाथ हिम्माती मेरा,
तेरे बिना अकेला,
तेरी भगती म्ह खोया,
गोरख योगी चेल्ला,
तेरी भक्ति में खोया।।
भादव मास यो जब जब आता,
तेरे नाम के व्रत पुगाता,
लक्की शर्मा की गेल्यां,
तेरी भगती म्ह खोया,
गोरख योगी चेल्ला,
तेरी भक्ति में खोया।।
गोरख योगी चेला,
तेरी भक्ति में खोया,
भक्ति में खोया,
भक्ति में खोया,
गोरख योगी चेल्ला,
तेरी भक्ति में खोया।।
गायक – लक्की शर्मा पिचोलिया।
प्रेषक – गजेन्द्र स्वामी कुड़लाण।
99996800660