गिरिराज अष्टकम,
भक्ताभिलाशा चरितानुसारि,
दुग्धादिचौरयेण यशोविसारि,
कुमारिता नंदिता घोषानारी,
ममः प्रभु श्री गिरिराजधारी।।
व्रजांगनावृंद सदाबिहारी,
अंगैगुहागार तमोपाहारी,
क्रीड़ा रसावेश तमोभिसारि,
ममः प्रभु श्री गिरिराजधारी।।
वेणुस्वनानंदिता पन्नागारी,
रसातलानृत्य पद प्रचारी,
क्रीड़न्यवस्या कृतिदैत्यमारी,
ममः प्रभु श्री गिरिराजधारी।।
पुलिन्ददारा हितशम्बारारी,
रमासदोदारा दया प्रकारी,
गोवर्धने कंद फलोपहारी,
ममः प्रभु श्री गिरिराजधारी।।
कालिंदाजाकूल दुकुलहारी,
कुमारिका कामलावितारी,
वृंदावने गोधनवृदचारी,
ममः प्रभु श्री गिरिराजधारी।।
व्रजेन्द्र सर्वाधिक शर्मकारी,
महेन्द्र गर्वाधिक गर्वहारी,
वृन्दावने कन्दफलोपहारी,
ममः प्रभु श्री गिरिराजधारी।।
मन: कलानाथ तमोविदारी,
वंशीरवाकारित तत कुमारी,
रासोत्सवोदेल रसाबिधसारी,
ममः प्रभु श्री गिरिराजधारी।।
मत्तद्विपोद्याम गतानुकारी,
लुंठतप्रसूना प्रपदीनहारि,
रामोरसस्पर्श करप्रसारी,
ममः प्रभु श्री गिरिराजधारी।।
गायक – लक्ष्य गुप्ता।
संगीत – प्रियांशु वर्मा।