गणपति जी को प्रथम मनाना है,
कीर्तन को सफल बनाना है,
शिव पारवती जी के प्यारे को,
कीर्तन में आज बुलाना है,
गणपति जी को प्रथम मनाना हैं,
कीर्तन को सफल बनाना है।।
तर्ज – दुनिया में देव हजारो है।
गणपति जी को प्रथम मनाने की,
देवों ने रीत चलाई है,
तीनो लोको में सबसे बड़े,
सब करते इनकी बढ़ाई है,
जो काम सभी करते आए,
हमको भी वही दोहराना है,
गणपति जी को प्रथम मनाना हैं,
कीर्तन को सफल बनाना है।।
कोई घृत सिंदूर चढ़ाते है,’
कोई लड्डुवन भोग लगाते है,
कोई मेवा थाल सजाते है,
कोई छप्पन भोग लगाते है,
जिस भोग से खुश हो जाए प्रभु,
हमको भी वही लगाना है,
गणपति जी को प्रथम मनाना हैं,
कीर्तन को सफल बनाना है।।
कीर्तन में सभी पधारे है,
बस इनका आना बाकी है,
सब मिल कर इनका ध्यान करो,
कितनी सुन्दर ये झांकी है,
जल्दी से बप्पा भ्रमण करो,
कबसे अखियां ये प्यासी है,
गणपति जी को प्रथम मनाना हैं,
कीर्तन को सफल बनाना है।।
गणपति जी को प्रथम मनाना है,
कीर्तन को सफल बनाना है,
शिव पारवती जी के प्यारे को,
कीर्तन में आज बुलाना है,
गणपति जी को प्रथम मनाना हैं,
कीर्तन को सफल बनाना है।।
Singer – Jaya Patel