फूलो की माला बनवाओ,
रस्ता खूब सजाओ,
मेरे खाटू वाले श्याम धणी न,
दर्स दिखाना से,
नीले घोड़े पे चढ़ के,
मेरे श्याम ने आना से।।
टेंट वाले भेया तू,
बढ़िया सा टेंट लगा दे,
रंग बिरंगी लडियो से,
सूंदर सा गेट बनादे,
जितने पैसे लेग बतादे,
नही सरमाना से,
नीले घोड़े पे चढ़ के,
मेरे श्याम ने आना से।।
सुन माली भैया ताजे ताजे,
फुल तोड़ के लाइये,
मेर बाबा का आसन ऐशा,
मन मोहक सा सजाइये,
जो खूब सजे मेर बाबा के,
वो हार बनाना से,
नीले घोड़े पे चढ़ के,
मेरे श्याम ने आना से।।
हलवाई तू खीर चूरमा,
ऐसा खूब बनादे,
मेरे मोहन बाबा प्रसन्न होवे,
अपना भोग लगादे,
फेर सब भगता में बटेगा,
मिलक सब ने खाना से,
नीले घोड़े पे चढ़ के,
मेरे श्याम ने आना से।।
श्री श्याम सेवा सीमित वाले,
तेरा दरबार सजावे,
अस्सन्ध शहर में मंदिर बनज्या,
ये अरदास लगाव,
‘प्रदीप पांचाल’ भी चाव,
मंदिर में गाना से,
नीले घोड़े पे चढ़ के,
मेरे श्याम ने आना से।।
फूलो की माला बनवाओ,
रस्ता खूब सजाओ,
मेरे खाटू वाले श्याम धणी न,
दर्स दिखाना से,
नीले घोड़े पे चढ़ के,
मेरे श्याम ने आना से।।
– गायक एवं प्रेषक –
प्रदीप पांचाल
9255524708