फकीरा साहिब लगता प्यारा,
फकीरा सायब लगता प्यारा।।
घट में गंगा घट में यमुना,
घट में है हरिद्वारा,
घट में गंगा घट में यमुना,
घट में है हरिद्वारा,
घट में है हरिद्वारा,
फकीरा सायब लगता प्यारा।।
घट में चंदा घट में सूरज,
घट में है नौ लख तारा,
घट में चंदा घट में सूरज,
घट में है नौ लख तारा,
घट में है नौ लख तारा,
फकीरा सायब लगता प्यारा।।
घट में ब्रम्हा घट में विष्णु,
घट में है शिव का द्वारा,
घट में ब्रम्हा घट में विष्णु,
घट में है शिव का द्वारा,
घट में है शिव का द्वारा,
फकीरा सायब लगता प्यारा।।
ब्रम्हानंद भजन कर बन्दे,
मिल जाए मोक्ष द्वारा,
ब्रम्हानंद भजन कर बन्दे,
मिल जाए मोक्ष द्वारा,
मिल जाए मोक्ष द्वारा,
फकीरा सायब लगता प्यारा।।
फकीरा साहिब लगता प्यारा,
फकीरा सायब लगता प्यारा।।
स्वर – रमा कुमारी जी।