फागुण में खाटू आऊं,
मैं श्याम रंग रंग जाऊं,
स्वर्ग जैसा नज़ारा,
श्याम लगता है प्यारा,
तेरी जय जयकार लगाउं, गाऊं,
फागुन में खाटू आऊं,
मैं श्याम रंग रंग जाऊं।
मन मेरा हर्षाया मैं भी,
खाटू नगरी आउंगी,
चंग बजाकर नाचू गाऊं,
श्याम को रंग लगाउंगी।।
तर्ज – मेरी चुनर उड़ उड़ जाए।
श्याम दरस को हर पल मेरी,
आँखें तरसी जाएँ,
तन्हाई बेचैनी मुझको,
क्यूँ इतना तड़पाए,
स्वर्ग जैसा नज़ारा,
श्याम लगता है प्यारा,
तेरी जय जयकार लगाउं, गाऊं,
फागुन में खाटू आऊं,
मैं श्याम रंग रंग जाऊं।।
गगन चूमती रंग बिरंगी,
श्याम ध्वजा लहराए,
दूर दूर से श्याम दीवाने,
श्याम के दर पे आए,
स्वर्ग जैसा नज़ारा,
श्याम लगता है प्यारा,
तेरी जय जयकार लगाउं, गाऊं,
फागुन में खाटू आऊं,
मैं श्याम रंग रंग जाऊं।।
होली खेलूं श्याम के संग में,
रंग गुलाल लगाऊ,
‘सोनी’ मीठे भजन मैं गा कर,
श्याम प्रभु को सुनाऊ,
स्वर्ग जैसा नज़ारा,
श्याम लगता है प्यारा,
तेरी जय जयकार लगाउं, गाऊं,
फागुन में खाटू आऊं,
मैं श्याम रंग रंग जाऊं।।
फागुण में खाटू आऊं,
मैं श्याम रंग रंग जाऊं,
स्वर्ग जैसा नज़ारा,
श्याम लगता है प्यारा,
तेरी जय जयकार लगाउं, गाऊं,
फागुन में खाटू आऊं,
मैं श्याम रंग रंग जाऊं।।
Singer – Ritu Pandey