अहसान तेरे कैसे चुकाऊं,
मुझको बता दो श्याम,
कैसे रिझाऊं,
अहसान तेरे।।
तर्ज – सागर किनारे।
ठिकाना नहीं था,
दुनिया में मेरा,
मिला जबसे से मुझको,
सहारा ये तेरा,
दुनिया बदल मेरी,
कही क्यों मैं जाऊं,
अहसान तेरे।।
गमो का अँधेरा,
मिटाया है तुमने,
हारा हुआ था,
जिताया है तुमने,
हारे के सहारे तुम हो,
कैसे भूल जाऊं,
अहसान तेरे।।
अपनी शरण में,
रखना सदा ही,
किरपा की वर्षा,
करना सदा ही,
इतनी सी अर्जी पूरी,
करना सदा ही,
अहसान तेरे।।
अहसान तेरे कैसे चुकाऊं,
मुझको बता दो श्याम,
कैसे रिझाऊं,
अहसान तेरे।।
Singer – Sandhya Jain
Lyrics – Shekhar Mourya
( Bhajan Diary )
Music – Mayur Pandey
9826089089
Nice