दुनिया में डंका बाजा,
अंजनी के लाल का,
लाल लंगोटा संग में,
सोटा कमाल का,
लाल लंगोटा संग में,
सोटा कमाल का।।
तर्ज – ये गोटेदार लहंगा।
मेहंदीपुर में लगे कचहरी,
बेठ्या यूँ जज बण के,
मार मार के खाल तार ले,
चाले जो तन तन के,
भक्ता ने उत्तर मिलता,
हर एक सवाल का,
लाल लंगोटा संग में,
सोटा कमाल का,
लाल लंगोटा संग में,
सोटा कमाल का।।
जिनके संग हो बजरंगी,
वो कदे नहीं घबरावे,
जो भी आया शरण में इनकी,
उनके कष्ट मिटावे,
डर ना सतावे उसने,
कदे भी काल का,
लाल लंगोटा संग में,
सोटा कमाल का,
लाल लंगोटा संग में,
सोटा कमाल का।।
मोह माया के मेघनाथ ने,
जड़ से उखाड़ भगा दे,
अहंकार रूपी रावण की,
लंका राख बना दे,
मत पूछो भाइयों,
भुत और प्रेता के हाल का,
मत पूछो भाइयों,
भुत और प्रेता के हाल का,
लाल लंगोटा संग में,
सोटा कमाल का,
लाल लंगोटा संग में,
सोटा कमाल का।।
सालासर में नरसी इनका,
प्यारा धाम निराला,
राम नाम की मस्ती में,
नाचे होके मतवाला,
भक्ति में लटका देखो,
इनकी करताल का,
लाल लंगोटा संग में,
सोटा कमाल का,
लाल लंगोटा संग में,
सोटा कमाल का।।
दुनिया में डंका बाजा,
अंजनी के लाल का,
लाल लंगोटा संग में,
सोटा कमाल का,
लाल लंगोटा संग में,
सोटा कमाल का।।