डम डम डम नोपत बाजे,
सिरे मिन्दर माय,
जटे बिराजे बापजी,
जटे बिराजे बापजी,
कोई सिद्ध जालंधर नाथ,
जगत रे मायने जी,
साचो है भगता रो ओतो आसरो ओ,
जियो नाथजी जियो पिरजी जियो,
जियो रे भई जियो।।
ऊंचे डूंगर आप गुरूजी,
शोभा अपरम्पार,
ऊंचे डूंगर आप गुरूजी,
शोभा अपरम्पार,
योगी जालंधर नाथ ने,
योगी जालंधर नाथ ने,
सिवरे सब संसार,
जगत रे मायने जी,
साचो है भगता रो ओतो आसरो ओ,
जियो नाथजी जियो पिरजी जियो,
जियो रे भई जियो।।
लख लख आवे जातरी जी,
आवे दिन ओर रात,
लख लख आवे जातरी जी,
आवे दिन ओर रात,
सिरे मिन्दर आ सिद्ध री तो,
सिरे मिन्दर आ सिद्ध री तो,
न्यारी सबसु बात,
जगत रे मायने जी,
साचो है भगता रो ओतो आसरो ओ,
जियो नाथजी जियो पिरजी जियो,
जियो रे भई जियो।।
इन कलयुग रे मायने जी,
परचा पडे रे अपार,
इन कलयुग रे मायने जी,
परचा पडे रे अपार,
भक्ति भाव सु नाथजी ने,
भक्ति भाव सु नाथजी ने,
पूजे नर और नार,
जगत रे मायने जी,
साचो है भगता रो ओतो आसरो ओ,
जियो नाथजी जियो पिरजी जियो,
जियो रे भई जियो।।
सिद्ध जालंधर नाथ जी तो,
अन्न धन रा दातार,
सिद्ध जालंधर नाथ जी तो,
अन्न धन रा दातार,
चार खुट मेे किरती जी,
चार खुट मेे किरती जी,
गूंजे जय जयकार,
जगत रे मायने जी,
साचो है भगता रो ओतो आसरो ओ,
जियो नाथजी जियो पिरजी जियो,
जियो रे भई जियो।।
महिमा सिद्ध नाथजी री,
दास अशोक सुनाय,
महिमा सिद्ध नाथजी री,
दास अशोक सुनाय,
जो कोई आवे आसरे जी,
जो कोई आवे आसरे जी,
वो मन चाह यहाँ फल पाय,
जगत रे मायने जी,
साचो है भगता रो ओतो आसरो ओ,
जियो नाथजी जियो पिरजी जियो,
जियो रे भई जियो।।
डम डम डम नोपत बाजे,
सिरे मिन्दर माय,
जटे बिराजे बापजी,
जटे बिराजे बापजी,
कोई सिद्ध जालंधर नाथ,
जगत रे मायने जी,
साचो है भगता रो ओतो आसरो ओ,
जियो नाथजी जियो पिरजी जियो,
जियो रे भई जियो।।
गायक – प्रकाश माली जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी।
(रायपुर जिला पाली राजस्थान)
9640557818