दिल से बुलाते है तुझको,
तेरी करते जय जयकार,
कीर्तन में आओ बाबा,
कीर्तन में आओ बाबा,
होके लिले पे सवार,
दिल से बुलातें है तुझको,
तेरी करते जय जयकार।।
रंग बिरंगे फूलों से सजा,
बाबा तेरा दरबार ये,
चारो ओर से महक रहा,
इत्तर खुशबूदार रे,
बस तेरी कमी है बाकी,
बस तेरी कमी है बाकी,
ना देर करो सरकार,
दिल से बुलातें है तुझको,
तेरी करते जय जयकार।।
बैठे तेरे दर्श के प्यासे,
अब तो दर्श दिखाओ ना,
मोरछड़ी लहराकर बाबा,
अपनी कृपा बरसाओ ना,
बड़ी आस लगाए बैठे,
बड़ी आस लगाए बैठे,
तेरे प्रेमी कई हजार,
दिल से बुलातें है तुझको,
तेरी करते जय जयकार।।
कीर्तन में तेरे नाम की मस्ती,
देखो कैसे बरस रही,
‘रूबी रिधम’ की अखियाँ तुझको,
देखन खातिर तरस रही,
तेरी सेवा में खड़ा है,
तेरी सेवा में खड़ा है,
बाबा पूरा तेरा परिवार,
दिल से बुलातें है तुझको,
तेरी करते जय जयकार।।
दिल से बुलाते है तुझको,
तेरी करते जय जयकार,
कीर्तन में आओ बाबा,
कीर्तन में आओ बाबा,
होके लिले पे सवार,
दिल से बुलातें है तुझको,
तेरी करते जय जयकार।।
स्वर – मनोज अग्रवाल जी।