देता है वो राम का,
कदम कदम पर साथ,
रहे उसके सर पर हरदम,
रहे उसके सर पर हरदम,
श्री राम प्रभु का हाथ,
देता है वो राम का,
कदम कदम पर साथ।।
तर्ज – देना हो तो दीजिये।
जहां जहां श्री राम चलेंगे,
वहां वहां हनुमान जी,
जैसे जैसे राम कहेंगे,
वो ही करेंगे हनुमान जी,
प्रभु श्री राम की देखो,
प्रभु श्री राम की देखो,
माने वो सारी बात,
देता हैं वो राम का,
कदम कदम पर साथ।।
श्री राम पर दुःख आए तो,
दुखी हुए हनुमान जी,
जबतक संकट दूर ना होता,
करते नहीं आराम जी,
इक पल भी चैन नहीं है,
इक पल भी चैन नहीं है,
वो जागे सारी रात,
देता हैं वो राम का,
कदम कदम पर साथ।।
हनुमान की भक्ति देखो,
श्री राम भी वश में हुए,
तू मेरा और मै हूँ तेरा,
कहते है वो हँसते हुए,
कोई जान नहीं पाया है,
कोई जान नहीं पाया है,
देखो इन दोनों की बात,
देता हैं वो राम का,
कदम कदम पर साथ।।
राम नाम की चादर ओढ़े,
गले राम की माला है,
इक पल भी अपने मालिक को,
नहीं भुलाने वाला है,
वो तो बैठा बैठा हरदम,
वो तो बैठा बैठा हरदम,
करता है इनको याद,
देता हैं वो राम का,
कदम कदम पर साथ।।
सेवक और मालिक का रिश्ता,
प्रेम बड़ा ही गहरा है,
क्या बिगड़ेगा श्री राम का,
हनुमान का पहरा है,
प्रभु राम से मांगे हरदम,
प्रभु राम से मांगे हरदम,
बनवारी आशीर्वाद,
देता हैं वो राम का,
कदम कदम पर साथ।।
देता है वो राम का,
कदम कदम पर साथ,
रहे उसके सर पर हरदम,
रहे उसके सर पर हरदम,
श्री राम प्रभु का हाथ,
देता है वो राम का,
कदम कदम पर साथ।।