दरबार में आकर बाबा को,
तू अपना हाल सुनाए जा,
बाबा ना सुने ना मुमकिन है,
तू अपना जोर लगाए जा,
दरबार मे आकर बाबा को,
तू अपना हाल सुनाए जा।bd।
darbar me aakar baba ko tu apna haal sunaye ja
तर्ज – दुनिया में देव हजारों है।
है काम बहुत मेरे बाबा को,
ये सारे जग का स्वामी है,
सुनने की घड़ी कब आ जाए,
तू अपना दाव लगाए जा,
दरबार मे आकर बाबा को,
तू अपना हाल सुनाए जा।bd।
नंबर कब किसका लग जाए,
ये अपनी अपनी किस्मत है,
खाली ना गया कोई दर से कभी,
आशा का दीप जलाए जा,
दरबार मे आकर बाबा को,
तू अपना हाल सुनाए जा।bd।
यहा देर भले ही हो जाए,
अंधेर की कोई बात नही,
‘नंदू’ धीरज का फल मीठा,
तू धीरज को अपनाए जा,
Bhajan Diary Lyrics,
दरबार मे आकर बाबा को,
तू अपना हाल सुनाए जा।bd।
दरबार में आकर बाबा को,
तू अपना हाल सुनाए जा,
बाबा ना सुने ना मुमकिन है,
तू अपना जोर लगाए जा,
दरबार मे आकर बाबा को,
तू अपना हाल सुनाए जा।bd।
Singer – Sanjay Pareek Ji