चरणों में अपने रहने दे मुझको,
ये ही तम्मना मेरी है।
श्लोक – अपने चरणों से जुड़ा करके,
तमाशा ना बना,
कहेगी दुनिया की अपना बना के,
छोड़ दिया।
चरणों में अपने रहने दे मुझको,
ये ही तम्मना मेरी है,
चरणों में अपने रहने दे मुझको,
ये ही तम्मना मेरी है।।
साई बाबा साई, साई बाबा साई,
साई बाबा साई, साई बाबा साई।।
दुनिया ने ठुकराया मुझको,
तेरी शरण में आया हूँ,
दुनिया ने ठुकराया मुझको,
तेरी शरण में आया हूँ,
अब तो बना दे बिगड़ा नसीबा,
अब तो बना दे बिगड़ा नसीबा,
ये तो बता दे क्या क्या देरी है।।
साई बाबा साई, साई बाबा साई,
साई बाबा साई, साई बाबा साई।।
ॐ साई जय जय साई सतगुरु साई,
साई साई साई साई।
कैसे कैसे खेल रचाये,
असुवन से तूने दिप जलाये,
कैसे कैसे खेल रचाये,
असुवन से तूने दिप जलाये,
मेरे भी घर में कर दे उजाला,
मेरे भी घर में कर दे उजाला,
तुझसे ये विनती मेरी है।
साई बाबा साई, साई बाबा साई,
साई बाबा साई, साई बाबा साई।।
चरणों में अपने रहने दे मुझको,
ये ही तम्मना मेरी है,
चरणों में अपने रहने दे मुझको,
ये ही तम्मना मेरी है।।
साई बाबा साई, साई बाबा साई,
साई बाबा साई, साई बाबा साई।।