चंदन है इस देश की माटी,
तपोभूमि हर ग्राम है,
हर बाला देवी की प्रतिमा,
बच्चा बच्चा राम है।।
हर शरीर मंदिर सा पावन,
हर मानव उपकारी है,
जहाँ सिंह बन गये खिलौने,
गाय जहाँ माँ प्यारी है,
जहाँ सवेरा शंख बजाता,
लोरी गाती शाम है,
हर बाला देवी की प्रतिमा,
बच्चा बच्चा राम है।।
जहाँ कर्म से भाग्य बदलता,
श्रम निष्ठा कल्याणी है,
त्याग और तप की गाथाएँ,
गाती कवि की वाणी है,
ज्ञान जहाँ का गंगाजल सा,
निर्मल है अविराम है,
हर बाला देवी की प्रतिमा,
बच्चा बच्चा राम है।।
जिस के सैनिक समरभूमि में,
गाया करते गीता है,
जहाँ खेत में हल के नीचे,
खेला करती सीता है,
जीवन का आदर्श जहाँ पर,
परमेश्वर का धाम है,
हर बाला देवी की प्रतिमा,
बच्चा बच्चा राम है।।
चंदन है इस देश की माटी,
तपोभूमि हर ग्राम है,
हर बाला देवी की प्रतिमा,
बच्चा बच्चा राम है।।
– Sent By –
Aman Pandit – 9784106459
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बहुत ही बढिया जय हिंद
Very good Poem. We use to sing this in our school assembly.
अति सुन्दर गीत
Impressive, movitional
Is bhajan ki karaoke music chahiye
Sorry Sir Karaoke available nahi hai hamare pas..
बहुत अच्छा है हिन्दू को जगाने के लिए