चाँद जैसा मुखड़ा माँ का,
बैठी है दरबार में,
रत्नागढ़ से आ गई मैया,
हम भक्तों के प्यार में,
चांद जैसा मुखड़ा मां का,
बैठी है दरबार में।bd।
chand jaisa mukhda maa ka lyrics
तर्ज – चाँद जैसा मुखड़ा लेके।
भाई किर्सान्यो करे चाकरी,
मैया के दरबार में,
अन्नपूर्णा से आ गई मैया,
किर्सान्यो के प्यार में,
चांद जैसा मुखड़ा मां का,
बैठी है दरबार में।bd।
भाई झमराल्यो करे चाकरी,
मैया के दरबार में,
सलकनपुर से आ गई मैया,
झमराल्या के प्यार में,
चांद जैसा मुखड़ा मां का,
बैठी है दरबार में।bd।
भाई सुनार्यो करे चाकरी,
मैया के दरबार में,
पावागङ से आ गई मैया,
सुनार्या के प्यार में,
चांद जैसा मुखड़ा मां का,
बैठी है दरबार में।bd।
चाँद जैसा मुखड़ा माँ का,
बैठी है दरबार में,
रत्नागढ़ से आ गई मैया,
हम भक्तों के प्यार में,
चांद जैसा मुखड़ा मां का,
बैठी है दरबार में।bd।
Singer – Vaishnavi Rajput
Writer / Upload By – Ganesh Rajput
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