चालो रुणिचा दरबार में,
बाबा रा दर्शन पा लो,
बाबा के दर्शन पा लो,
थे थारा भाग जगा लो,
पीरा रा दर्शन पा लो,
रुणिचा पैदल हालो,
चालो रुणिचा दरबार मे,
बाबा रा दर्शन पा लो।।
रुणिचा नगरी रे माई,
मंदिर बनियो भारी,
दर्शन ने आवे नर नारी,
जाऊं मैं बलिहारी,
कोई आवे बस गाड़ी में,
और कोई आवे पालो,
चालो रुणिचा दरबार मे,
बाबा रा दर्शन पा लो।।
मेणादे रा लाडला थे,
अजमल घर अवतारी,
भादवा री बीज चांदनी,
मेलो लागे भारी,
सिर पर थारे साफो सोवे,
हाथों में थारे भालो,
चालो रुणिचा दरबार मे,
बाबा रा दर्शन पा लो।।
मारवाड़ गुजरात में थारो,
डंको बाजे भारी,
बाबा थारी लीला लागे,
सब देवा सु न्यारी,
‘नंदू स्वामी’ दास तुम्हारो,
गांव दियातरा वालो,
चालो रुणिचा दरबार मे,
बाबा रा दर्शन पा लो।।
चालो रुणिचा दरबार में,
बाबा रा दर्शन पा लो,
बाबा के दर्शन पा लो,
थे थारा भाग जगा लो,
पीरा रा दर्शन पा लो,
रुणिचा पैदल हालो,
चालो रुणिचा दरबार मे,
बाबा रा दर्शन पा लो।।
जय रामसा पीर की।
Singer – Nand kishor swami
7792091355