चलो भक्तो खाटू धाम,
बाबा का मेला आया रे,
बाबा का मेला आया रे,
बाबा का मेला आया रे,
बाँट निहारे बाबा श्याम,
बाबा का मेला आया रे,
चलों भक्तों खाटू धाम,
बाबा का मेला आया रे।।
चलेंगे बोल के सब जयकारे,
रींगस से हम पैदल सारे,
लेकर हाथ में श्याम निशान,
बाबा का मेला आया रे,
चलों भक्तों खाटू धाम,
बाबा का मेला आया रे।।
दूर नहीं है भवन निराला,
जहाँ पे रहता खाटू वाला,
जग में गूंज रहा है नाम,
बाबा का मेला आया रे,
चलों भक्तों खाटू धाम,
बाबा का मेला आया रे।।
फागुण में फुल ग्यारंटी,
बातें पूरी होगी मन की,
‘केशव’ छोड़ के तू सब काम,
बाबा का मेला आया रे,
चलों भक्तों खाटू धाम,
बाबा का मेला आया रे।।
चलो भक्तो खाटू धाम,
बाबा का मेला आया रे,
बाबा का मेला आया रे,
बाबा का मेला आया रे,
बाँट निहारे बाबा श्याम,
बाबा का मेला आया रे,
चलों भक्तों खाटू धाम,
बाबा का मेला आया रे।।
गायक – केशव शर्मा।