चाहे अपना लो चाहे तुम भुलाओ,
तुम्हारा हूँ बाबा तुम्हारा रहूंगा,
रखो हाथ सर पे या हाथ तुम छुड़ाओ,
रखो हाथ सर पे या हाथ तुम छुड़ाओ,
तुम्हारा हूँ बाबा तुम्हारा रहूंगा।।
तर्ज – तुम्ही मेरे मंदिर।
तू हमसे खफा है ये खबर आ रही है,
तेरी बेरुखी हमको नज़र आ रही है,
भले लाख मुझसे तुम नज़र ये चुराओ,
भले लाख मुझसे तुम नज़र ये चुराओ,
तुम्हारा हूँ बाबा तुम्हारा रहूंगा।।
विश्वास मेरा ये परखोगे कब तक,
ना टूटेगा बाबा ये सांसें हैं जब तक,
आज़माओ कितना भी कितना भी सताओ,
आज़माओ कितना भी कितना भी सताओ,
तुम्हारा हूँ बाबा तुम्हारा रहूंगा।।
तू हमको भी चाहे अपना ना माने,
तेरे नाम से ही पर जग हमको जाने,
‘सोनू’ से रिश्ता ये भले तोड़ जाओ,
‘सोनू’ से रिश्ता ये भले तोड़ जाओ,
तुम्हारा हूँ बाबा तुम्हारा रहूंगा।।
चाहे अपना लो चाहे तुम भुलाओ,
तुम्हारा हूँ बाबा तुम्हारा रहूंगा,
रखो हाथ सर पे या हाथ तुम छुड़ाओ,
रखो हाथ सर पे या हाथ तुम छुड़ाओ,
तुम्हारा हूँ बाबा तुम्हारा रहूंगा।।
Singer – Ajay Sharma