जगत में होनहार बलवान इसे कोई ना समझो झूठी भजन लिरिक्स
जगत में होनहार बलवान,
इसे कोई ना समझो झूठी,
इसे कोई ना समझो झूठी।।
होनी को परताप कैकई,
मेहलन में रूठी,
होनी को परताप कैकई,
मेहलन में रूठी,
राम गए वनवास,
अरे...
भजले नाम प्रभु का भजले निर्गुण भजन लिरिक्स
भजले नाम प्रभु का भजले,
धरले प्रभु मूरत मन धरले।।
यह संसार रैन का सपना,
यह संसार रैन का सपना,
इससे मोह तू तज दे,
भजले नाम प्रभु का...
पिता ब्रम्हा पिता विष्णु पिता भगवान दुनिया में भजन लिरिक्स
पिता ब्रम्हा पिता विष्णु,
पिता भगवान दुनिया में,
पिता जैसा नहीं कोई,
है मेहरबान दुनिया में,
पिता ब्रम्हा पिता विष्णु,
पिता भगवान दुनिया में।।
तर्ज - बेदर्दी बालमा तुझको।
ये बच्चो...
अथ श्री महाभारत कथा हिंदी भजन लिरिक्स
अथ श्री महाभारत कथा,
महाभारत कथा।
श्लोक - कर्मण्येवाधिकारस्ते,
मा फलेषु कदाचन,
मा कर्मफलहेतुर्भुर्मा,
ते संगोऽस्त्वकर्मणि।
महाभारत महाभारत महाभारत,
अथ श्री महाभारत कथा,
अथ श्रीं महाभारत कथा,
महाभारत कथा,
महाभारत कथा।।
कथा है पुरुषार्थ की ये,
स्वार्थ की...
दासी मुझे बना दिया किसका कसूर था द्रोपदी भजन
दासी मुझे बना दिया,
किसका कसूर था,
दासी मुझें बना दिया,
किसका कसूर था,
अंधे को अँधा कह दिया,
तो क्या बुरा किया,
दासी मुझें बना दिया,
किसका कसूर था।।
ये भी...
तीन बार भोजन भजन इक बार भजन लिरिक्स
तीन बार भोजन,
भजन इक बार,
उसमे भी आते है,
विघन हजार।।
तर्ज - सावन का महीना।
मन करता है मैं,
गंगा नहाऊँ,
गंगा नहाऊँ,
में जमुना नहाऊँ,
गंगा जाते जाते मुझको,
आ...
गाज्यो गाज्यो जेठ आषाढ़ कंवर तेजा रे भजन लिरिक्स
गाज्यो गाज्यो जेठ आषाढ़,
कंवर तेजा रे,
लगतोड़ा लाग्या रे,
सावण भादवा,
लगतोड़ा लाग्या रे,
सावण भादवा।।
अतरो काईं सुतो गेहरी नींद,
कांवर तेजा रे,
थारा तो साथीड़ा बीजे,
बाजरो,
थारा...
कैसो खेल रच्यो मेरे दाता जित देखू उत तू ही तू भजन लिरिक्स
कैसो खेल रच्यो मेरे दाता,
जित देखू उत तू ही तू,
कैसी भूल जगत मै डारी,
साबित करणी कर रहयो तू।।
नर नारी में एक ही...
मरुधर में ज्योत जगाय गयो प्रकाश माली भजन लिरिक्स
मरुधर में ज्योत जगाय गयो,
बाबो धोली ध्वजा फहराय गयो,
म्हारो साँवरियो बनवारी,
बण्यो पचरंग पेचाधारी,
भक्ता रे कारण,
अजमल घर अवतार लियो,
कसुमल केसरीया,
बागा रो...
मानो तो मैं रामायण हूँ ना मानो तो एक कहानी भजन लिरिक्स
मानो तो मैं रामायण हूँ,
ना मानो तो एक कहानी,
तुलसी की तपस्या हूँ मैं,
हूँ वाल्मीकि की वाणी,
मानो तो मैं रामायण हूँ,
ना मानो तो एक कहानी।।
तर्ज -...