ओढ़ चुनर मैं तो गई रे सतसंग में भजन लिरिक्स
ओढ़ चुनर मैं तो गई रे सतसंग में,
साँवरियो भिगोई म्हने,
गहरा गहरा रंग में,
साँवरियो भिगोई म्हने,
गहरा गहरा रंग में,
ओढ़ चुनड़ मैं तो गई रे सतसंग...
हिलमिल के सजन सत्संग करिये भजन लिरिक्स
हिलमिल के सजन सत्संग करिये,
सत्संग करिये भव से तिरिये,
हिलमिल के सजन सत्संग करिए,
सत्संग करिये भव से तिरिये।।
सन्त सरोवर निर्मल जल है,
ज्ञान मुक्ति की गगरी...
बहे सत्संग का दरिया नहा लो जिसका जी चाहे भजन लिरिक्स
बहे सत्संग का दरिया,
नहा लो जिसका जी चाहे,
करो हिम्मत लगा डुबकी,
नहा लो जिसका जी चाहे,
बहे सत्संग का दरीया,
नहा लो जिसका जी चाहे।।
तर्ज - जगत...
हिन्दो घलई दूँ सत्संग बाग में ओ गुरूजी भजन लिरिक्स
हिन्दो घलई दूँ सत्संग बाग में,
ओ गुरूजी।
दोहा - गुरु बीणजारा ग्यान रा,
ने लाया वस्तु अमोल,
सौदागर साचा मिले तो,
ले सर साते...
गुरूजी बंद पड़ी दिवला वाली रे ज्योत भजन लिरिक्स
गुरूजी बंद पड़ी,
दिवला वाली रे ज्योत,
दोहा - संत बुलाया आंगने,
और गुरु उगमजी महाराज,
बाई रूपादे वायक भेजिया,
रूपा आवो...
संगत कीजै निर्मल साध री मारी हैली भजन लिरिक्स
संगत कीजै निर्मल,
साध री मारी हैली,
आवागमन मिट जाये,
थारो जन्म मरण मिट जाये।।
चन्दन उगो रे,
हरिया बाग में मारी हैली,
खुशी होइ...
आवणो पड़ेला गुरूजी आवणो पड़ेला भजन लिरिक्स
आवणो पड़ेला गुरूजी,
आवणो पड़ेला,
आज री सत्संग में थाने,
आज री जागरण में थाने,
आवणो पङेला।।
पहला रे युगा मे गुरु,
पहलाद जी आया,
पांच करोङ...
जो कोई जावे सत री संगत में राजस्थानी भजन लिरिक्स
जो कोई जावे सत री संगत में,
इनको खबर पड़ी है,
सत्संग अमर जड़ी है।।
श्लोक - सतगुरु के दरबार में,
और गया मन बारम्बार,
खोल वस्तु बताए दे,
म्हारे...
भजन कर मस्त जवानी में बुढ़ापा किसने देखा है भजन लिरिक्स
भजन कर मस्त जवानी में,
बुढ़ापा किसने देखा है,
भजन कर मस्त जवानी मे,
बुढ़ापा किसने देखा है।।
कान से बहरे हो जाओगे,
भजन तुम सुन नहीं पाओगे,
भजन सुन...
संतन के संग लाग रे तेरी अच्छी बनेगी भजन लिरिक्स
संतन के संग लाग रे तेरी अच्छी बनेगी,
अच्छी बनेगी तेरी बिगड़ी बनेगी,
अच्छी बनेगी तेरी तेरी किस्मत जगेगी,
जाग सके तो जाग रे तेरी अच्छी बनेगी।।
ध्रुव...