रामजी की महिमा कितनी निराली दो अक्षर के नाम की लिरिक्स
रामजी की महिमा कितनी निराली,
दो अक्षर के नाम की,
जय बोलो सियावर राम की,
बोलो राम राम राम।।
जो कोई जाने ना प्रभु की प्रभुताई,
निर्बल के बल...
मारग चुनियो रे सत पर चालनो राजा हरिशचंद्र भजन लिरिक्स
मारग चुनियो रे सत पर चालनो,
ओ राजा हरिचंद।
दोहा - सत मत छोड़ो साहिबा,
सत छूटा पत जाए,
सत्य के बांदी लक्ष्मी,
वा फिर मिलेगी आए।
मारग चुनियो रे...
ओ लीलण म्हारी जइजे जइजे गढ़ खरनाले शहर लिरिक्स
ओ लीलण म्हारी,
जइजे जइजे गढ़ खरनाले शहर,
कोई गढ़ खरनाले शहर,
भाभल ने निभण देवजे,
ओ तेजाजी कैया जावा,
खाली म्हारी पीठ,
कोई सुनी म्हारी पीठ,
मावड़ली देसी ओलबा
मावड़ली देसी...
भुलो मति रे भाईडा भुलो मति माता पिता का अहसान लिरिक्स
भुलो मति रे भाईडा,
भुलो मति,
माता पिता का एहसान ने नादान,
जिवडा भुलो मति।।
तर्ज - लेता जाईज्यो रे दिलड़ा।
भार थारो रे माता,
नौ महीना उठायो,
नर तन चोलो...
शनिचर तपधारी शनिदेव महिमा भजन लिरिक्स
स्वामी सूरजसूत कहलायो,
माँ छाया गोद खेलायो,
ज्यारो जग में तेज सवायों,
शनिचर तपधारी,
हो शनिश्चर तपधारी।।
थे हो राजा का भी राजा,
दानव देवा का सिरताज़ा,
थाके बाजे नौपत बाजा,
महिमा...
काली काली बादली में इंदर बरसे रामदेव जी भजन लिरिक्स
काली काली बादली में,
इंदर बरसे,
दर्शन दे दे रे बाबा,
मारो मन तरसै।।
घटा घनघोर छाई,
ईमी बरसै,
टाबरियां रै हाथां माई,
धजा फरकै,
दर्शन दे दे रे बाबा,
मारो मन तरसै।।
पैदलियां...
दुखियारा दुखड़ा मेटे बाबो नीले रो असवार लिरिक्स
रुणिचा में रामदेव जी रो,
खूब सज्यो दरबार,
दुखियारा दुखड़ा मेटे,
बाबो नीले रो असवार।।
पैदलियां में नैना मोटा,
आवे है नर नार,
नाचे कूदे सगला बोले,
थारी जय जयकार,
आण पड़यो...
रट स्वास स्वास में राम भजन करले रे पंछी लिरिक्स
रट स्वास स्वास में राम,
भजन करले रे पंछी,
रह जायेगी पूंजी ठाम,
चलेगी छोड़ सभी धन धाम,
भजन करले रे पंछी।।
जानबूझकर क्या भूला है,
कौन किसी का न्याती,
जीव...
बाबाजी थारी धुन घणी मीठी लागे भजन लिरिक्स
बाबाजी थारी धुन,
घणी मीठी लागे,
धुन ऐसी मीठी लागे,
बापजी प्रीत पुरबली जागे।।
बाबे रे म्हे तो दौड़या-दौड़या आवां,
आओ बाप जी का दर्शन कर ल्यां,
सुतोड़ी किस्मत जागै,
बाबाजी...
मति कर मन अन्न धन रो गुमान चेतावनी भजन लिरिक्स
मति कर मन अन्न धन रो गुमान,
बादल वाली रे रीती छावली।।
मत कर मन मद पद रो गुमान,
जवानी दीवानी दो दिन पावणी।।
मती कर मन तू...