राजस्थानी भजन

Rajasthani Bhajan Lyrics

महादेव लहरी रे डोकरा भोलानाथ लहरी लिरिक्स

महादेव लहरी रे डोकरा भोलानाथ लहरी लिरिक्स

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महादेव लहरी रे डोकरा, भोलानाथ लहरी, जटा मुकुट में गंगा बिराजे, बंसी बाजे गेरी।। राम ने लक्ष्मण जी दोनों, राघ व्हेन सेडी, हनुमान सा पायक उनके, लंका ने जाली डोकरा, भोलानाथ लहरी, जटा...
मैं थाने सिवरू सिरवाल माता भजन लिरिक्स

मैं थाने सिवरू सिरवाल माता भजन लिरिक्स

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मैं थाने सिवरू सिरवाल माता, हैले हाजर आय रे।। गाव बावड़ी में प्रगटिया मैया, धजा फरुके असमान रे, मे थाने शिवरों सिरवाल माता।। ऊंचे भाखर आप विराजो मैया, निवण करे...
हरि ओम हरि ओम होवे हर की आरती लिरिक्स

हरि ओम हरि ओम होवे हर की आरती लिरिक्स

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ओम सत्य ओम सत्य, होवे हर की आरती, हरि ओम हरि ओम, होवे हर की आरती, जय जय बोले, बाबा सारी आलम, निर्भय नगारा बाजे, अकड़ बम अकड़ बम हरदम।। चार खूट...
गाफिल क्यों नींद में सोग्यो झट जाग उजालों होग्यो लिरिक्स

गाफिल क्यों नींद में सोग्यो झट जाग उजालों होग्यो लिरिक्स

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गाफिल क्यों नींद में सोग्यो, दोहा - ढोल बजाय बजाय कहे, सब संत जगावत देवत हेला, सोई रहा नर गाफिल होकर, रहे दिन चार यहां सब खेला। जो बिछड़े...
बिन सत्संग होवे ना ज्ञाना भजन लिरिक्स

बिन सत्संग होवे ना ज्ञाना भजन लिरिक्स

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बिन सत्संग होवे ना ज्ञाना, दोहा - निर्धन कहे धनवान सुखी, धनवान कहे सुख राजा को भारी, राजा कहे चक्रवर्ती सुखी, चक्रवर्ती कहे सुख इन्द्र अधिकारी, इन्द्र कहे ब्रह्मा...
तू सत्संग नौका में बैठ सुवा चाले तो भजन लिरिक्स

तू सत्संग नौका में बैठ सुवा चाले तो भजन लिरिक्स

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तू सत्संग नौका में बैठ, सुवा चाले तो।। दोहा - रामचरण रुल झावतो, मिलती नहीं सत्संग, कठिन त्याग वैराग को, मारे गुरु लगायो रंग। गुरु लगावो रंग, उतारियो उतरे नाहीं, दीनो आत्म...
चालो मना सत्संग करा देसी भजन लिरिक्स

चालो मना सत्संग करा देसी भजन लिरिक्स

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चालो मना सत्संग करा, दोहा - पाप कटे मन डटे, सत्संग गंगा नहाय, बिण्ड भया गुरू देव का, दसो दोस मिट जाय। दसों दोष मिट जाए, यात्रा होवे पूरी, भव फेरा...
गुरुदेव पिलादी वो अमर ओम जड़ी भजन लिरिक्स

गुरुदेव पिलादी वो अमर ओम जड़ी भजन लिरिक्स

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गुरुदेव पिलादी वो अमर ओम जड़ी, दोहा - सतगुरु मेरे सिर धनी, और पीरा से बड़ पीर, गुरु बगधारी धीर ने, गुरु आण बंधावे धीर। आण बंधावे धीर, खींचकर बाहर...
थारे खुशी पड़े तो मानजे रे सतगुरु समझावे रे लिरिक्स

थारे खुशी पड़े तो मानजे रे सतगुरु समझावे रे लिरिक्स

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थारे खुशी पड़े तो मानजे रे, सतगुरु समझावे रे। दोहा - अमल तंबाकू छुतरा, सुरा पान सु हैत, नानक नरका जाएगा, अपने कुल के समेत। अमल तंबाकू छुतरा, उतर जाए प्रभात, नशा...
सब रंग में फकीरी रंग बड़ो मस्तानी भजन लिरिक्स

सब रंग में फकीरी रंग बड़ो मस्तानी भजन लिरिक्स

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सब रंग में फकीरी, रंग बड़ो मस्तानी। दोहा - तन की परवाह नहीं, धन की परवाह नहीं, झांके छाके गयो बैराग, वे जंगल में निकल गया तो, मिट गया सभी...
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