राजस्थानी भजन

Rajasthani Bhajan Lyrics

पाखंड में नर क्यों भटका खावे रे लिरिक्स

पाखंड में नर क्यों भटका खावे रे लिरिक्स

0
पाखंड में नर क्यों भटका खावे रे, दोहा - उपकार बडो निज धर्म कहे, तन से मन से धन से कर रे, धन संग चले परमार्थ तो, नित...
आजा खाजा रे दवाई गुरुजी वैद्य आया लिरिक्स

आजा खाजा रे दवाई गुरुजी वैद्य आया लिरिक्स

0
आजा खाजा रे दवाई, गुरुजी वैद्य आया। दोहा - टेडे मेडे गोलमोल, सिलावट पाषाण को, विविध प्रकार, धर मूर्ति बनाय दे, काठ की बढ़ाई जैसे, अनेकों बना वस्तु, माटी को कुम्हार ऊंचे, मोल...
यूँ जन्म सफल हो जावे रे कर सत्संग महापुरुषा की

यूँ जन्म सफल हो जावे रे कर सत्संग महापुरुषा की

0
यूँ जन्म सफल हो जावे रे, दोहा - संग सदा करिए तिन को, जिन संग कलंक लगे नहीं कोई, दूर सदा रहिए तिन से पुनी, मान घटे जु...
मानव ऐसी करनी कर रे पाछे लोग करे गुणगान लिरिक्स

मानव ऐसी करनी कर रे पाछे लोग करे गुणगान लिरिक्स

0
मानव ऐसी करनी कर रे, पाछे लोग करें गुणगान। दोहा - गुजरान भलो दुख दिन पणे, कर काज अनीति कमावणो ना, निजी स्वार्थ कारण भूल कबू, कर घात न...
मानव इतना तो कर आके देसी चेतावनी भजन लिरिक्स

मानव इतना तो कर आके देसी चेतावनी भजन लिरिक्स

0
मानव इतना तो कर आके, दोहा - इतिहास बने इस जीवन का, जन जीवन में कुछ तो कर रे, जन याद करे पढ़ते सुनते, लिखदे कछु बात यहां...
बीरा मत करजे रे अभिमान पिंजरा टूटेला लिरिक्स

बीरा मत करजे रे अभिमान पिंजरा टूटेला लिरिक्स

0
बीरा मत करजे रे अभिमान, पिंजरा टूटेला। दोहा - आया जहां से सेर करने, हे मुसाफिर तू यहां, सेर करके लौट जाना था, अब तो तुझको फिर वहां। सेर करना...
घायल हो गया रे शब्दा की लागी ज्ञान कटारी रे लिरिक्स

घायल हो गया रे शब्दा की लागी ज्ञान कटारी रे लिरिक्स

0
घायल हो गया रे, शब्दा की लागी ज्ञान कटारी रे। दोहा - माटी कितना दुख सहा, गई कुमार के पास, ठोकी पीटी लातो से, जल सरकंडे घास। जल सरकंडे घास, पकी...
ओ जी सुगना रा बीर ओ जी लाछा रा बीर लिरिक्स

ओ जी सुगना रा बीर ओ जी लाछा रा बीर लिरिक्स

0
ओ जी सुगना रा बीर, ओ जी लाछा रा बीर, थाने आनो पड़सी, अर्ज सुनो म्हारी हे धणिया, म्हारी आन निभानी पड़सी जी।। दुनिया बेरन ताना मारे, मैं निर्धनियो जाऊं...
मैं तो रमता जोगी राम भजन लिरिक्स

मैं तो रमता जोगी राम भजन लिरिक्स

0
मैं तो रमता जोगी राम, मेरा क्या दुनिया से काम, मैं तो रमता जोगी राम।bd। हाड़ माँस की बनी पुतलिया, ऊपर जड़िया चाम, देख देख सब लोग रिझावे, मेरो तन...
जमे पधारो धणी रोमा देसी वीणा भजन लिरिक्स

जमे पधारो धणी रोमा देसी वीणा भजन लिरिक्स

0
जमे पधारो धणी रोमा, ककू केसर री गार निपाऊ, मोतियों रो सोक पुराउ, पीले पोनो री जाजम ढलाऊ, जीण पर आचण पूरो, दुर्बल होने करू विणती, पाठ पधारो धणी पीरो, दुर्बल...
error: कृपया प्ले स्टोर से भजन डायरी एप्प इंस्टाल करे