बैठी मंदिर में जगदम्बे श्रीयादे ओढ़ चुनड़ी
बैठी मंदिर में जगदम्बे,
श्रीयादे ओढ़ चुनड़ी,
ओढ़ चुनड़ी ज्वाला,
ओढ़ चुनडी।।
जेला जुमर चम चमाता,
माथे रकड़ी,
कान ओगनियां टोंटियां सौहे,
काना में जड़ी।।
जरी जड़ाऊ जरकस जोली,
तारा सुं जड़ी,
लुभा जुमा...
प्यारी लागे ओ सांगलपति दाता धुनि थारी लिरिक्स
प्यारी लागे ओ सांगलपति दाता,
धुनि थारी प्यारी लागे ओ,
धुनि प्यारी रे सायब री,
महिमा भारी प्यारी लागे ओ।।
राजस्थान सीकर रे माही,
सांगलिया धूणी सवाई ओ,
लक्कड़ दास...
गुरुवर ओम दास महाराज की सत्संग बढ़ाई है लिरिक्स
गुरुवर ओम दास महाराज,
सांगलिया की सत्संग बढ़ाई है,
सत्संग बढ़ाई है सांगलिया की,
महिमा बढ़ाई है,
मेरे गुरु ओम दास महाराज,
साहेब की सत्संग बढ़ाई है।।
लक्कड़ दास गुरु...
ये दुनिया सारी मतलब की है पैसों की है रुपयों की
ये दुनिया सारी मतलब की,
है पैसों की है रुपयों की,
रुपयों के पीछे,
रुपयों के पीछे लडह पड़ी,
भगवत से भाया दुरह खड़ी।।
जो रुपया वाला लोभिड़ा है,
वे...
अबकी बितरी भगवत ने हिरदा नाहीं राखियों रे
अबकी बितरी,
भगवत ने हिरदा,
नाहीं राखियों रे।।
कोई के लागे आंखियां चश्मों,
कोई के टेलीफोन,
कोई पड़ियां माचा माहीं,
रोटी ना देवे पोन,
केवे बापड़ी,
भगवत ने हिरदा,
नाहीं राखियों रे।।
बेटा पोता...
चक्कर चाल रियो ढा़लिया में प्रजापत ब्रह्मा जी दरबार
चक्कर चाल रियो ढा़लिया में,
दोहा - ब्रह्मा जी ने चाक चलाई,
अपनी झौपड़ माय,
माया का ये जीव घड़े,
आंकड़ा लिखे सरस्वती माय।
चक्कर चाल रियो ढा़लिया में,
प्रजापत...
दुश्मन मत बणरे दुनिया में भई म्हारा के दिन को जीणो
दुश्मन मत बणरे,
दोहा - धन दौलत का मद मानवी,
दिखे बड़ा ही कठोर,
दस दोष से भरा हुआ है,
बन्दुक में भरा ज्युं होर।
दुश्मन मत बणरे,
दुनिया में...
खेल रचावियो रे दाता कुम्भकारी बण जाय
खेल रचावियो रे दाता,
कुम्भकारी बण जाय,
कुम्भकारी बण जाय दाता,
कुम्भकारी बण जाय।।
माटी रो मटकों महल बणायो,
ब्रह्मा जी करतार,
हरि सुदर्शन चक्कर लाया,
काटन दी अंगरार।।
कलम कुम्हारी लेय...
भाया किराया की झोपड़ी थोड़ा दिन की लिरिक्स
भाया किराया की झोपड़ी,
थोड़ा दिन की,
मत कर बाता भाया,
भोला मन की,
भोला मनकी रे भाया,
भोला मनकी रे,
भाया भोला मनकी।।
दुनिया सारी झुठा सपना,
कोई नहीं दिखे जग...
राम नाम जप मन टेम चली जावे भाईडा म्हारा
राम नाम जप मन,
दोहा - काया ना आसी लार लोभिड़ा,
माया ना आसी लार,
लारे आवे वानें पकड़ो,
होसी भव जल पार।
राम नाम जप मन,
टेम चली जावे...