जोबन धन पावना दिन चारा जी भजन लिरिक्स
जोबन धन पावना दिन चारा जी,
दोहा - आया था किस कारणे,
ने सोया चादर तान,
एक दिन जम ले जावसी,
पकड तुम्हारे कान।
जोबन धन पावना दिन चारा...
कवारी होती तो पीपल पुजती भजन लिरिक्स
कवारी होती तो पीपल पुजती,
लागो हथलेवा रो पाप,
कवारी होती तो पिपल पुजती,
लागो हथलेवा रो पाप,
छोडे ने मती जावो राजा भरतरी,
मारी जोडी रा सिरदार,
छोडे ने...
राम सरीका पति हमारे लखन सरीका देवर भजन लिरिक्स
राम सरीका पति हमारे लखन सरीका देवर,
अयोध्या राज करता म्हारा राम भरतारी,
आयोध्या राज करता म्हारा राम भरतारी।।
राम भरतारी थाने केवे सीता नारी ओ,
राम भरतारी...
क्यों भुला जग सारा न्यारा न्यारा पंथ जगत में
क्यों भुला जग सारा,
अमे ओ आद पुरूष से माया उपजी,
उन मुन मे विसतारा आ,
ब्रह्म विष्णु महेश्वर देवा,
ब्रह्म विष्णु महेश्वर देवा,
शक्ति को निर्जन हारा ओ...
इंच्छा पोर धरी धन काया मेरा भेद मैं पाया
इंच्छा पोर धरी धन काया,
इंच्छा पोर धरी धन काया,
डरता ही नाम दिखाया ए हा,
सूतो जीव अचेत नींद में,
सूतो जीव अचेत नींद में,
पियु को आयो...
म्हारी सुरता सुहागन नार कुवारी क्यों फिरे भजन लिरिक्स
म्हारी सुरता सुहागन नार,
कुवारी क्यों फिरे,
मारी घणी समझनी नार,
कुवारी क्यु फिरे,
घणी समझनी नार,
कुवारी क्यु फिरे,
माने सतगुरु मिलीया नही,
भूलीयोडी बीरा यु फिरू ओ जी।।
मारा सतगुरु...
उक ने टूको रे ओ माय कवरिया राजस्थानी भजन
उक ने टूको रे ओ माय कवरिया,
उक ने टूको रे ओ माय,
टूक रे टूके रे दिवलीया,
क्यु बले रे ए जी हा,
केतो हरतारो वालो हाथ...
इन रे काया रो हिण्डोलो रचीयो डगमग झोला खाये
इन रे काया रो हिण्डोलो रचीयो,
डगमग झोला खाये रे मनवा,
चेती चालो ओ भाई रे,
चेते ने चालो बीरा पार लग जावो,
चेते ने चालो बीरा पार...
इन रे आंगनीये है सखी केई नर खेलन आया ओ
इन रे आंगनीये है सखी,
केई नर खेलन आया ओ,
केई खेल्या ने केई नर खेलसी,
केई नर खेल सिदाया ओ,
केई खेल्या ने केई नर खेलसी,
केई नर...
काया रा नगर में रे संतो सुरता कुवारी रह जासी भजन लिरिक्स
काया रा नगर में रे,
संतो सुरता कुवारी रह जासी,
सुरता कुवारी रह जावे रे,
इन सत्य पुरूष परणावो,
काया रा नगर में रें,
संतो सुरता कुवारी रह जासी।।
घणा...