मुझे तुमने सतगुरु सब कुछ दिया है भजन लिरिक्स
मुझे तुमने सतगुरु,
सब कुछ दिया है,
तेरा शुक्रिया है,
तेरा शुक्रिया है।।
तर्ज - तुम्ही मेरे मंदिर।
तू ही है मालिक,
मेरी जिन्दगी का,
सहारा है मुझको,
तेरी बंदगी का,
जो कुछ...
हे गुरुदेव दया के सागर दया करो सरकार लिरिक्स
हे गुरुदेव दया के सागर,
दया करो सरकार,
थां रै बिना मेरो,
कोई ना पालनहार।।
तर्ज - बार बार तोहे क्या समझाए।
दृष्टि दया री थां री हो,
जद पार...
गुरुवर चरणों में दे दे ठिकाना मुझे भजन लिरिक्स
गुरुवर चरणों में,
दे दे ठिकाना मुझे,
मैं भटकता हूँ,
राह दिखाना मुझे,
राह दिखाना मुझे,
गुरुवर चरणो में,
दे दे ठिकाना मुझे।।
मैं तो पूजा से,
जप तप से अंजान हूँ,
मतलबी...
ना है शक्ति ना है भक्ति प्रभु बालक तेरा दीवाना है
ना है शक्ति ना है भक्ति,
प्रभु बालक तेरा दीवाना है,
छोड़ के दर अब जाऊं कहां,
तेरे चरणों में किया ठिकाना है,
ना हैं शक्ति ना हैं...
मेरे सर पर रखदो गुरुवर अपने ये दोनों हाथ भजन लिरिक्स
मेरे सर पर रखदो गुरुवर,
अपने ये दोनों हाथ,
देना हो तो दीजिए,
जनम जनम का साथ।।
इस जनम मे सेवा देकर,
बहूत बड़ा अहसान कीया,
तू ही साथी तू...
मोहे थाम ले गुरुवर आजा भजन लिरिक्स
मोहे थाम ले गुरुवर आजा,
मेरा बनके खिवैया आजा,
बड़ा गहरा है भवर,
कुछ आये ना नज़र,
मोहे थाम लें गुरुवर आजा।।
तर्ज - हारे के सहारे आजा।
बेसहारा समझ,
ये...
मेरे सतगुरु तेरा शुक्रिया तूने जीवन में सबकुछ दिया लिरिक्स
मेरे सतगुरु तेरा शुक्रिया,
तूने जीवन में सबकुछ दिया,
शुक्रिया शुक्रिया शुक्रिया,
तूने जीवन में सबकुछ दिया।।
तर्ज - मुरली वाले तेरा शुक्रिया।
तूने भाग्य को मेरे सवारा,
आयी मुश्किल...
शरण में आ गुरुजन की गुरुदेव भजन लिरिक्स
खबर नहीं है पल की,
बात करे तू कल की,
गफलत में सोया है,
शरण में आ गुरुजन की,
खबर नहीं है पल की,
बात करे तू कल की।।
तर्ज...
कोई भाव से मेरे सतगुरु को सजा दे भाग्य जग जाएगा लिरिक्स
कोई भाव से मेरे,
सतगुरु को सजा दे,
भाग्य जग जाएगा,
भाग्य जग जाएगा।।
तर्ज - ऐसे प्यार से मेरी।
गुरुवर को गंगाजल से,
पहले नहला दो,
रोली चन्दन से,
तिलक लगा...
मेनू अपना बनाया तेरी मेहरबानियाँ भजन लिरिक्स
मेनू अपना बनाया,
तेरी मेहरबानियाँ,
मेनू चरणी लगाया,
तेरी मेहरबानियाँ,
मेहरबानियाँ तेरी मेहरबानियाँ,
मेहरबानियाँ तेरी मेहरबानियाँ,
मेनु अपना बनाया,
तेरी मेहरबानियाँ।।
प्याला प्रेम वाला,
जदो दा पिलाया ऐ,
इना आँखा विच,
तू ही ओ समाया...