गुरुदेव भजन

Gurudev Bhajan Lyrics

साधन पे कभी न तू मन किया गौर

साधन पे कभी न तू मन किया गौर गुरू बिन नही

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साधन पे कभी न, तू मन किया गौर, गुरू बिन नही पाएगा मनवा, तू जग में ठौर।। तर्ज - सावन का महीना। गुरू बिन ऐसा कोई नही है, जो तुझको...
जो गए गुरु द्वारे भव से पार हो गए भजन लिरिक्स

जो गए गुरु द्वारे भव से पार हो गए भजन लिरिक्स

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जो गए गुरु द्वारे, भव से पार हो गए, तू भी आजा गुरू द्वारे, दिन दो चार रह गए।। तर्ज - छुप गए सारे नज़ारे। फँस नही जाना, तू...
तेरी महिमा को न जानूँ मै गुरुदेव भजन लिरिक्स

तेरी महिमा को न जानूँ मै गुरुदेव भजन लिरिक्स

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तेरी महिमा को न जानूँ मै, बस यूँ ही चला आया हूँ, न जानूँ मै ध्यान भजन, तेरे द्वार चला आया हूँ।। तर्ज - तेरे चेहरे मे वो...
रोज रोज करता है मन तू बहाने भजन लिरिक्स

रोज रोज करता है मन तू बहाने भजन लिरिक्स

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रोज रोज करता है, मन तू बहाने, काहे न माने तू काहे न माने।। तर्ज - हमतो तेरे आशिक है। कैसा प्यारा ये जन्म तूने, गुरू से पाया है, पर...
ऐ मेरे सतगुरू दाता कर दो मैहर

ऐ मेरे सतगुरू दाता कर दो मैहर

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ऐ मेरे सतगुरू, दाता कर दो मैहर, तेरी महिमा को, सुन सुन के आया मै दर, ऐ मेरें सतगुरू, दाता कर दो मैहर।। तर्ज - मै तेरे...
मनवा रे अब मान ले कहना भजन लिरिक्स

मनवा रे अब मान ले कहना भजन लिरिक्स

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मनवा रे अब मान ले कहना, दिन और बचे न, काहे न भजन करे हो।। तर्ज - चँदा रे मेरे भइया से। ये जीवन पानी का रैला, ये तन...
गुरूदेव मेरे गुरूदेव मेरे भजन लिरिक्स

गुरूदेव मेरे गुरूदेव मेरे भजन लिरिक्स

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गुरूदेव मेरे गुरूदेव मेरे, तेरा कोई भी शानी नही है, तुझसा कोई भी दानी नही है, गुरूदेव मेरे गुरूदेव मेरे।। तर्ज - महबूब मेरे महबुब मेरे। देकर दान नाम...
बँदगी दुख तमाम हरती है भजन लिरिक्स

बँदगी दुख तमाम हरती है भजन लिरिक्स

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बँदगी दुख तमाम हरती है, ओषधी का काम, ओषधी का काम करती है, बँदगी दुख तमाम हरती है।। तर्ज - ज़िन्दगी इम्तहान लेती है। पीले इसे जो कोई नियम...
तेरे निशदिन जल में लेकिन गुरुदेव भजन लिरिक्स

तेरे निशदिन जल में लेकिन गुरुदेव भजन लिरिक्स

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तेरे निशदिन जल में लेकिन, फिर भी है मीन पियासी, फिर भी है मीन पियासी।। तर्ज - मैरे नैना सावन भादौ। चँदा से यूँ चकोरा, मिलने को तरसे, ऐसे ही...
चार दिन का डेरा प्राणी जग में हमारा भजन लिरिक्स

चार दिन का डेरा प्राणी जग में हमारा भजन लिरिक्स

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चार दिन का डेरा प्राणी, जग में हमारा। तर्ज - चाँद जैसे मुखड़े पे। दोहा - गुरु मूरत गति चँद्रमा, सेवक नैन चकोर, अष्ट पहर निरखत रहूँ, गुरू...
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