सारे जगत में सबसे प्रथमें तुम्हें मनाते है गणेश जी भजन
बप्पा हो बप्पा - गणपति बप्पा,
बप्पा हो बप्पा - गणपति बप्पा,
तेरी जय जयकार लगाते है,
सारे जगत में सबसे,
प्रथमें तुम्हें मनाते है।।
तेरे मूषक सवारी -...
मोरी अरज सुनो गणराजा हे देवो के महाराजा लिरिक्स
मोरी अरज सुनो गणराजा,
हे देवो के महाराजा।
दोहा - कहते तेरे दर पे,
बनता है नसीबा सबका,
तू ही सुनता है सबके दुखड़े,
तू ही है दाता सबका,
एक...
गजानंद तुम्हे पहले मनाएं कारज सारे बनाना जी
गजानंद तुम्हे पहले मनाएं,
कारज सारे बनाना जी,
आओ विराजो बिच सभा में,
रिद्धि सिद्धि संग लाना जी,
गजानंद तुम्हें पहले मनाएं,
कारज सारे बनाना जी।bd।
तर्ज - गजानंद महाराज...
विनती सुनलो मेरे गणराज आज भक्ति क़ा फल दीजिये
विनती सुनलो मेरे गणराज,
आज भक्ति क़ा फल दीजिये,
पहले तुमको मनाता हूँ मैं,
देवा कीर्तन सफल कीजिए।।
हे गौरीनंदन हे गणराया,
प्रथम पूज्य होने क़ा वरदान पाया,
भक्तो के...
अपने रंग रंगलो गजानन दिल तुम्हारा हो गया
अपने रंग रंगलो गजानन,
दिल तुम्हारा हो गया,
दिल तुम्हारा हो गया देवा,
दिल तुम्हारा हो गया,
कुछ रहा ना मुझ में मेरा,
सब तुम्हारा हो गया,
अपने रंग रंगलों...
तेरी जय हो गौरी लाल गणेश जी भजन लिरिक्स
तेरी जय हो गौरी लाल,
दोहा - विघ्न कटे संकट मिटे,
मंगल हो हर काज,
बाधाएं सब दूर करे,
हे गणपति महाराज।
पिता जिनके शिव महाकाल,
विघ्नो को देते टाल,
पूजे...
हे गणपति हे गणराज आपका अभिनन्दन
हे गणपति हे गणराज,
आपका अभिनन्दन,
मेरे घर में पधारे आज,
आपका अभिनन्दन,
हें गणपति हें गणराज,
आपका अभिनन्दन।bd।
गजवदन विनायक देवा,
सुर नर मुनि करते सेवा,
सुर नर मुनि करते सेवा,
रखते...
सबसे पहले गजानन मनाया तुम्हे गणेश वंदना लिरिक्स
सबसे पहले गजानन मनाया तुम्हे,
श्लोक – वक्रतुण्ड महाकाय,
सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव,
सर्वकार्येषु सर्वदा।
सबसे पहले गजानन मनाया तुम्हे,
तेरा सुमिरण करे आज आ जाइये,
सबसे पहले गजानन...
हे गणनायक सब सुखदायक करो विघ्न सब दूर लिरिक्स
हे गणनायक सब सुखदायक,
करो विघ्न सब दूर,
शरण तेरी आए है।bd।
तर्ज – हनुमान भरोसा तेरा है।
रणत भवर गढ़ वास करो,
रिद्धि सिद्धि भंडार भरो,
प्रथम निमंत्रण स्वीकारो,
अटके...
रिद्धि सिद्धि वाले गणपति बाबा तेरी महिमा भारी है लिरिक्स
रिद्धि सिद्धि वाले गणपति बाबा,
तेरी महिमा भारी है,
जो तेरे दरबार में आए,
उसकी विपदा टारि है।bd।
तर्ज - दीनानाथ मेरी बात।
पूजा में मनुहार कर,
मोदक खिलाऊँ,
घिरत सिंदूर...