आरती कीजे श्री रघुवर जी की हिंदी लिरिक्स
आरती कीजे श्री रघुवर जी की,
सत चित आनन्द शिव सुन्दर की।।
दशरथ तनय कौशल्या नन्दन,
सुर मुनि रक्षक दैत्य निकन्दन,
अनुगत भक्त भक्त उर चन्दन,
मर्यादा पुरुषोत्तम वर...
ॐ जय श्री जगतारण नंगली साहिब आरती लिरिक्स
ॐ जय श्री जगतारण,
स्वामी जय श्री जगतारण,
शुभ मग के उपदेशक,
यम त्रास निवारण।। ओम जय श्री।।
परमारथ अवतार जगत में,
गुरु जी ने है लीन्हा,
मेरे स्वामी जी...
पावन बना दो हे देव सविता गायत्री स्तवन लिरिक्स
शुभ ज्योति के पुंज अनादि अनुपम,
ब्रह्माण्ड व्यापी आलोक कर्ता,
दारिद्र दु:ख भय से मुक्त कर दो,
पावन बना दो हे देव सविता,
पावन बना दो हे देव...
दिव्य दंपति की आरती उतारो हे अली
दिव्य दंपति की आरती,
उतारो हे अली,
राजे नंद जू के लाल,
वृषभान की लली,
दिव्य दंपत्ति की आरती,
उतारो हे अली।।
पद नख मणि चंद्रिका की,
उज्जवल प्रभा,
नील पीत कटी...
गिरिराज अष्टकम हिंदी लिरिक्स
गिरिराज अष्टकम,
भक्ताभिलाशा चरितानुसारि,
दुग्धादिचौरयेण यशोविसारि,
कुमारिता नंदिता घोषानारी,
ममः प्रभु श्री गिरिराजधारी।।
व्रजांगनावृंद सदाबिहारी,
अंगैगुहागार तमोपाहारी,
क्रीड़ा रसावेश तमोभिसारि,
ममः प्रभु श्री गिरिराजधारी।।
वेणुस्वनानंदिता पन्नागारी,
रसातलानृत्य पद प्रचारी,
क्रीड़न्यवस्या कृतिदैत्यमारी,
ममः प्रभु श्री गिरिराजधारी।।
पुलिन्ददारा हितशम्बारारी,
रमासदोदारा...
हे गणपति तेरी आरती गाऊ लिरिक्स
हे गणपति तेरी आरती गाऊ,
आरती गाऊं देवा आपको रिझाऊ,
हे गणपति तेरी आरती गाऊं।।
तर्ज - बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं।
शिव गौरी के प्यारे लाडले,
सर्व काज...
आरती उतारूं देवा गणपति थारी
आरती उतारूं देवा,
गणपति थारी,
बाधा तो हर लीजो,
सारी हमारी।।
आरती उतारूं मै तो,
होके अति आरती,
मुखड़ा पे दई दीजो,
रति रे तिहारी !!१!!
गंगाधर से पिता तिहारे,
शैलसुता महतारी,
पत्नी दोनो...
धोरे धोरे आरती उतारा तेजा जी आरती लिरिक्स
थारा हाथा माहि कलश,
बड़ो भारी कवर तेजा हो,
हाँ रे सावत सुरा ओ,
धोरे धोरे आरती उतारा,
तेजा थारी ओ।।
पेरयो थने कसुमल,
जामो कवर तेजा हो,
हाँ रे सावत...
ॐ जय कलाधारी हरे बाबा बालक नाथ जी आरती लिरिक्स
ॐ जय कलाधारी हरे,
स्वामी जय पौणाहारी हरे,
भक्त जनों की नैया,
दास जनों की नैया,
भव से पार करे,
ॐ जय कलाधारी हरे।।
बालक उमर सुहानी,
नाम बालक नाथा,
अमर हुए...
ॐ जय जोतराम हरे बाबा जोतराम आरती लिरिक्स
ॐ जय जोतराम हरे,
देवा जय जोतराम हरे,
दीन दुखी का दुखड़ा,
पल में बाबा दूर करे। ॐ जय...।।
परमार्थ करने का,
मन में ढृढ़ निश्चय करे,
भभूता सिद्ध गुरु...