बिछिआ दिला दो भोलेनाथ,
बस मैं यही लूंगी।।
हरवा तो मैं पहन के आयी,
हरवा तो मैं पहन के आयी,
माला दिला दो भोलेनाथ,
बस मैं यही लूंगी।।
लहंगा तो मैं पहन के आयी,
लहंगा तो मैं पहन के आयी,
चुनरी दिला दो भोलेनाथ,
बस मैं यही लूंगी।।
चूड़ी तो मैं पहन के आयी,
चूड़ी तो मैं पहन के आयी,
मेहंदी दिला दो भोलेनाथ,
बस मैं यही लूंगी।।
कुण्डल तो मैं पहन के आयी,
कुण्डल तो मैं पहन के आयी,
नथनी दिला दो भोलेनाथ,
बस मैं यही लूंगी।।
बिछिआ दिला दो भोलेनाथ,
बस मैं यही लूंगी।।
स्वर – पण्डित देविका दीक्षित जी।