भोलेनाथ जी का डमरू,
दिन रात बज रहा है,
भक्तों का पार बेडा,
हाथों हाथ कर रहा है,
भोले नाथ जी का डमरू,
दिन रात बज रहा है।।
माया मे फंस के जो भी,
दुखड़े उठा रहे,
दुखड़े मिटा के सुख की,
बरसात कर रहा है,
भोले नाथ जी का डमरू,
दिन रात बज रहा है।।
बर्बाद हो गए जो,
बर्बादियों के चलते,
उनको नचा नचा कर,
आबाद कर रहा है,
भोले नाथ जी का डमरू,
दिन रात बज रहा है।।
कहता ‘अनाड़ी’ जब भी,
बजता है शिव का डमरू,
समझों खुशी की पैदा,
हालात कर रहा है,
भोले नाथ जी का डमरू,
दिन रात बज रहा है।।
भोलेनाथ जी का डमरू,
दिन रात बज रहा है,
भक्तों का पार बेडा,
हाथों हाथ कर रहा है,
भोले नाथ जी का डमरू,
दिन रात बज रहा है।।
Singer – Sagar Sawariya