ओ भोला मैं थाने पूछूं बात पहाड़ों में की कर आवङियो

ओ भोला मैं थाने पूछूं बात,
पहाड़ों में की कर आवङियो,
ओ गंवरा धूनी धुखे दिन रात,
भक्ति में लीन रेवां ए।।



ओ बाबा संग में भूतों का टोला,

भूतों संग कीकर रेवो ओ,
ओ गंवरा डोरी है हमारे हाथ,
भूत म्हारे कई बिगाङे ओ।।



ओ बाबा सर्प गले रो हार,

सर्पों संग किकर रेवो ओ,
ओ गवंरा पिया जहर का प्याला,
सर्प म्हारो कई बिगड़े ओ।।



ओ बाबा बैठा रे पहाङो रे माई,

नीर थाने कुण पिलावे ओ,
ओ गंवरा सिर पर गंगा की धार,
धार म्हारी प्यास बुझा ओ।।



ओ भोला रोज धरू मैं ध्यान,

बैङो म्हारो पार लगाओ ओ,
‘रमेश सारण’ यश गावे,
महादेव रो म्यूजिक प्यारो ओ।।



ओ भोला मैं थाने पूछूं बात,

पहाड़ों में की कर आवङियो,
ओ गंवरा धूनी धुखे दिन रात,
भक्ति में लीन रेवां ए।।

गायक / प्रेषक – रमेश सारण बाड़मेर।
9571547445


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Shekhar Mourya
Bhajan Lover / Singer / Writer / Web Designer & Blogger.

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