भले पुरबजी तेरस री ए रातडली,
जागण मे वेगा आवजो ओ जियो,
अरे भले पूरबजी तेरस री ए रातडली,
जागण मे वेगा आवजो ओ जियो।।
भले पूरबजी ढोलो रे ए ढमकारे,
घोड़े चढेने आवजो ओ जियो,
भले पूरबजी ढोलो रे ए ढमकारे,
घोड़े चढेने आवजो ओ जियो,
अरे वारी पुरबजी तेरस री ए रातडली,
जागण मे वेगा आवजो ओ जियो।।
वारी पुरबजी धूप ने धूपेडा ओ,
भले पुरबजी धूप ने धूपेडा,
वारी पुरबजी धूप ने धूपेडा ओ,
भले पुरबजी धूप ने धूपेडा,
नित नित करो आरती ओ जियो,
अरे वारी पुरबजी तेरस री ए रातडली,
जागण मे वेगा आवजो ओ जियो।।
वारी ओ पुरबजी बिठुडा री नगरी में,
अरे मोटो थोरो देवरो ओ जियो,
अरे भले पुरबजी बिठुडा री नगरी में,
बनीयो थोरो देवरो ओ जियो,
अरे वारी पुरबजी तेरस री ए रातडली,
जागण मे वेगा आवजो ओ जियो।।
वारी पुरबजी थोरा ने ए सेवकीया,
अरे भले पुरबजी थोरा ने ए सेवकीया,
नित नित करे आरती ओ जियो,
अरे वारी पुरबजी तेरस री ए रातडली,
जागण मे वेगा आवजो ओ जियो।।
वारी ओ पुरबजी लीलोडा रे नारेल,
अरे भले पुरबजी लीलोडा रे नारेल,
चाढु थोरे ज्योत मे ओ जियो,
अरे वारी पुरबजी तेरस री ए रातडली,
जागण मे वेगा आवजो ओ जियो।।
वारी ओ पुरबजी बहन ने बेटीयो री,
अरे भले पुरबजी बहन ने बेटीयो री,
लजीया राखन आवजो ओ जियो,
अरे वारी पुरबजी तेरस री ए रातडली,
जागण मे वेगा आवजो ओ जियो।।
वारी ओ पुरबजी नेमा रे रामजी,
अरे भले पुरबजी नेमा रे रामजी,
अरजी थेतो साम्भलो ओ जियो,
अरे वारी ओ पुरबजी थोरा ने ए सेवकीया,
गोविन्द उतारे आरती ओ जियो,
अरे वारी पुरबजी तेरस री ए रातडली,
जागण मे वेगा आवजो ओ जियो।।
भले पुरबजी तेरस री ए रातडली,
जागण मे वेगा आवजो ओ जियो,
अरे भले पूरबजी तेरस री ए रातडली,
जागण मे वेगा आवजो ओ जियो।।
गायक – शंकर जी टाक।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818