भैरव देवा मेरे,
भैरव देवा,
तेरा नाम लिया है,
रात दिन मैंने,
सुबह शाम शाम लिया है।।
तर्ज – श्याम बाबा मेरे श्याम बाबा।
ॐ बम भैरव मंत्र है प्यारा,
प्रेम से जिसने भी ये उच्चारा,
खुश हो जाता अम्बा का दुलारा,
भैरव नाम है जग से न्यारा,
भक्ति भावना तेरी,
भक्ति भावना,
हर रोज करता हूँ,
रात दिन मैं तो,
सुबह शाम करता हूँ।।
भैरव नाम की महिमा भारी,
जिसको जपते है नर और नारी,
दिल से पुकारो तुम एक वारी,
सुन लेगा वो बात तुम्हारी,
बिन मांगे हाँ,
बिन मांगे,
बेदाम दिया है,
रात दिन जिसने,
सुबह शाम शाम दिया है।।
रोम रोम में भैरव देवा,
सांस सांस में भैरव देवा,
मन मंदिर में भैरव देवा,
है इस दिल मे भैरव देवा,
दास नितिन,
‘दिलबर’ दास नितिन,
को प्यार दिया है,
रात दिन तुमने,
सुबह शाम शाम दिया है।।
भैरव देवा मेरे,
भैरव देवा,
तेरा नाम लिया है,
रात दिन मैंने,
सुबह शाम शाम लिया है।।
गायक – नितन जैन विजयनगर।
लेखक – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
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