थाने कुणी सिणगांरया,
थाने कुणी सिणगांरया,
भगता के मन में बस गया,
ओ मारा श्याम खजुरिया वाला।।
कठा सु मालां लाया,
कठा सु छत्तर लाया,
लागो थे गणा रूपाला,
मारा श्याम खजुरिया वाला।।
कोई पैदल चलकर आया,
कोई पगा अबाणा आया,
सगला कि सुणजो श्याम धणी,
है थाकी मोटी माया।।
कोई जात जडुलीया लाया,
कौई राती जगा लगाया,
ओ बाजींया ने बेटा दिदा,
ओ मारा नाथ खजुरिया वाला।।
मनडां मे बोलमा लाया,
मे दोड्यां दोड्या आया,
मारी भी अरजी सुण जो,
ओ भेरूनाथ खजुरीया वाला।।
महिमा मे सुणकर आया,
चरणा मे शीश जुकाया,
सुनिल महीमा बणाई,
ओ राखो थे छत्तर छाया।।
थाने कुणी सिणगांरया,
थाने कुणी सिणगांरया,
भगता के मन में बस गया,
ओ मारा श्याम खजुरिया वाला।।
गायक – सुनिल कुमावत।
9783225024