बन ठन के रे,
यो लीले चढ़ के।
मोटा मोटा नैणा माहि,
सुरमो खूब सजायो,
चाँद सो मुखडो देख के थारो,
मन म्हारो हर्षायो,
सतरंगी है बागो थारो,
खुशबू इत्तर की न्यारी,
मस्तक पर मलयगिरि चन्दन,
मोर मुकुट लगवायो,
हाँ मोर मुकुट लगवायो।
बन ठन के रे,
यो लीले चढ़ के,
जरा देखो म्हारो सांवरो,
कइयाँ मुल्के।।
सजधज बैठ्यो दरबार लगावे,
बैठ्यो सिंहासन ऊपर खातरी करावे,
जी भर भगतां पे प्यार लुटावे,
मोरछड़ी से सबका काम बनावे,
लागे हटके रे,
लागे हटके रे,
यूँ ससु मटके,
जरा देखो म्हारो सांवरो,
कइयाँ मुल्के।।
छवि अनुपम शोभा अति प्यारी,
श्याम धणी की हर बात ही न्यारी,
हारयोडा को साथ निभावे,
जाने है या दुनिया सारी,
नैणा अटके रे,
नैणा अटके रे,
म्हारो मनडो अटके,
जरा देखो म्हारो सांवरो,
कइयाँ मुल्के।।
जादगारो है श्याम सलोनो,
भक्तां पे कर राख्यो जादू टोनो,
सुपना माहि श्याम का आवे,
श्याम ना दिखे तो यो जी घबरावे,
ना है बढ़के रे,
ना है बढ़के रे,
कोई श्याम सु बढ़के,
जरा देखो म्हारो सांवरो,
कइयाँ मुल्के।।
बन ठन के रें,
यो लीले चढ़ के,
जरा देखो म्हारो सांवरो,
कइयाँ मुल्के।।
Singer – Kirty Gupta