बालाजी तेरी दुनिया दीवानी हो,
हो मन्नै इब पटी स जाण।।
तीन लोक में डंका बाज,
तीन लोक में डंका बाज,
हाथ में शक्ति गदा विराजै,
बालाजी तुम राम सेनानी हो,
हो मन्नै इब पटी स जाण,
बालाजी तेरी दुनिया दिवानी हो,
हो मन्नै इब पटी स जाण।।
तीन पहाड़ प तुं घाटे आला,
तीन पहाड़ प तुं घाटे आला,
राम नाम की जपता माला,
बालाजी तेरी या हे निशानी हो,
हो मन्नै इब पटी स जाण,
बालाजी तेरी दुनिया दिवानी हो,
हो मन्नै इब पटी स जाण।।
धज्जा तेरी शिखर में लहराव,
धज्जा तेरी शिखर में लहराव,
भुत प्रेत कोई नजर ना आवः,
बालाजी तेरी जोत नुराणी हो,
हो मन्नै इब पटी स जाण,
बालाजी तेरी दुनिया दिवानी हो,
हो मन्नै इब पटी स जाण।।
कप्तान शर्मा तेरा दीवाना,
कप्तान शर्मा तेरा दीवाना,
गुरु राम सिंह ने जाणः जमाना,
बालाजी इसा बणा दिया ग्यानी हो,
हो मन्नै इब पटी स जाण,
बालाजी तेरी दुनिया दीवानी हो,
हो मन्नै इब पटी स जाण।।
बालाजी तेरी दुनिया दीवानी हो,
हो मन्नै इब पटी स जाण।।
स्वर – नरेंद्र कौशिक।
भजन प्रेषक,
राकेश कुमार
9992976579