बड़ो प्यारो लगे दरबार,
भवानी तुझे नज़र ना लगे,
नज़र ना लगे माँ नज़र ना लगे,
बड़ो प्यारो लगे सिंगार,
भवानी तुझे नज़र ना लगे।।
कैसे भवानी तोरी नज़र उतारूं,
कैसे भवानी तोरी नज़र उतारूं,
लुण राई से देऊ उतार,
भवानी तुझे नजर ना लगे,
बड़ो प्यारों लगे दरबार,
भवानी तुझे नजर ना लगे।।
कैसे भवानी तोरे चरण धुलाऊं,
कैसे भवानी तोरे चरण धुलाऊं,
स्वर्ण कलशो में गंगा की धार,
भवानी तुझे नजर ना लगे,
बड़ो प्यारों लगे दरबार,
भवानी तुझे नजर ना लगे।।
कैसे भवानी तोहे चुनर चढ़ाऊं,
कैसे भवानी तोहे चुनर चढ़ाऊं,
लाल चुनरी में गोटा कीनार,
भवानी तुझे नजर ना लगे,
बड़ो प्यारों लगे दरबार,
भवानी तुझे नजर ना लगे।।
कैसे भवानी तोरी करूं मैं आरती,
कैसे भवानी तोरी करूं मैं आरती,
धूप बाती से दीपक उजियार,
भवानी तुझे नजर ना लगे,
बड़ो प्यारों लगे दरबार,
भवानी तुझे नजर ना लगे।।
कैसे भवानी तोरे भोग लगाऊं,
कैसे भवानी तोरे भोग लगाऊं,
खीर पूरी और हलवा प्रसाद,
भवानी तुझे नजर ना लगे,
बड़ो प्यारों लगे दरबार,
भवानी तुझे नजर ना लगे।।
बड़ो प्यारो लगे दरबार,
भवानी तुझे नज़र ना लगे,
नज़र ना लगे माँ नज़र ना लगे,
बड़ो प्यारो लगे सिंगार,
भवानी तुझे नज़र ना लगे।।
– गायक / लेखक / प्रेषक –
गणेश राजपूत इंदौर।
संपर्क – 9009204035