अनंत चतुर्दशी त्यौहार आया,
प्रभु किरपा की बरसात लाया।।
अयोध्या में श्री राम,
मथुरा में श्री श्याम,
अवध जन्मे श्री राम,
मथुरा में श्री श्याम,
सारे रूपों में तू ही समाया,
प्रभु किरपा की बरसात लाया,
अनन्त चतुर्दशी त्योहार आया,
प्रभु किरपा की बरसात लाया।।
सारे नाथों के नाथ,
बनके बैठे भोलेनाथ,
सारे नाथों के नाथ,
बनके बैठे भोलेनाथ,
अपने भक्तों की विपदा मिटाया,
प्रभु किरपा की बरसात लाया,
अनन्त चतुर्दशी त्योहार आया,
प्रभु किरपा की बरसात लाया।।
मेरे हरि अनंत,
हरि की कथा अनंत,
प्रभु रूप है अनंत,
प्रभु की कथा अनंत,
लिख के ‘देवेंद्र’ ने भी यही गाया,
प्रभु किरपा की बरसात लाया,
अनन्त चतुर्दशी त्योहार आया,
प्रभु किरपा की बरसात लाया।।
अनंत चतुर्दशी त्यौहार आया,
प्रभु किरपा की बरसात लाया।।
स्वर – श्री देवेंद्र पाठक जी महाराज।