ऐ मेरे श्याम धणी,
तेरी किरपा है घणी,
तेरी किरपा से बनी,
जिंदगी आसान,
तेरा अहसान,
मेरे श्याम मेरे श्याम,
ऐ मेरे श्याम धनी,
तेरी किरपा है घणी।।
तर्ज – ऐ मेरी जोहराजबी।
दिया सम्मान धान धन,
यूँ बेशुमार मुझे दिया,
दिया घरबार लाखो का,
यो कारोबार मुझे दिया,
मैं तेरे दरबार से सब पा गया,
ऐ मेरे श्याम धनी,
तेरी किरपा है घणी।।
पड़ा था ख़ाक में कभी,
यूँ बेखबर मैं कहाँ,
तेरी किरपा से आज ये,
है जानता मुझे जहान,
तू मिला जीवन में सुख आ गया,
ऐ मेरे श्याम धनी,
तेरी किरपा है घणी।।
मैं तेरे चाकरों का एक,
अदना सा गुलाम हूँ,
लोग कहते मुझको ख़ास,
बाबा मैं तो आम हूँ,
ये मेरा नाम नहीं नाम ये है तेरा,
ऐ मेरे श्याम धनी,
तेरी किरपा है घणी।।
दिया मुझे जो सांवरे,
वो सबको दे जो है तेरे,
रहे खुशहाल वो सदा,
दुआ है दिल से मेरे,
मैं तेरा दास हूँ ‘मीतु’ नाम मेरा,
ऐ मेरे श्याम धनी,
तेरी किरपा है घणी।।
ऐ मेरे श्याम धणी,
तेरी किरपा है घणी,
तेरी किरपा से बनी,
जिंदगी आसान,
तेरा अहसान,
मेरे श्याम मेरे श्याम,
ऐ मेरे श्याम धनी,
तेरी किरपा है घणी।।
गायक – अमित कालरा ‘मीतु’।