आज मंगलवार हैं,
बजरंगी का वार है,
शिव शंकर का इस धरती पर,
ये अद्भुत अवतार है।।
अंजनी पुत्र केसरी नंदन,
गदा हाथ में धारे है,
गदा हाथ में धारे है,
पुरुषोत्तम श्री राम को सबसे,
हनुमान जी प्यारे है,
हनुमान जी प्यारे है,
इनकी शक्ति अपार है,
बजरंगी का वार है,
शिव शंकर का इस धरती पर,
ये अद्भुत अवतार है।।
जिसने नाम जपा हनुमंता,
उसके बिगड़े काम बने,
उसके बिगड़े काम बने,
क्यों ना हो शक्तिशाली वो,
जिसके रक्षक राम बने,
जिसके रक्षक राम बने,
सब भक्तो से प्यार है,
बजरंगी का वार है,
शिव शंकर का इस धरती पर,
ये अद्भुत अवतार है।।
अष्ट सिद्धि के दाता है ये,
सूर्य देव के शिष्य रहे,
सूर्य देव के शिष्य रहे,
दीनानाथ दीन दुःखभंजन,
जग के कारण कष्ट सहे,
जग के कारण कष्ट सहे,
चोला लाल सिंगार है,
बजरंगी का वार है,
शिव शंकर का इस धरती पर,
ये अद्भुत अवतार है।।
कोई चोला इन्हें चढ़ाए,
चालीसा कोई गाता है,
चालीसा कोई गाता है,
लड्डू बूंदी इनको भाते,
इसका भोग लगाता है,
इसका भोग लगाता है,
भक्तो की भरमार है,
बजरंगी का वार है,
शिव शंकर का इस धरती पर,
ये अद्भुत अवतार है।।
परम सनेही रहे राम के,
सिता माँ के प्यारे है,
सिता माँ के प्यारे है,
हम गंभीर है अनुचर उनके,
वो ही नाथ हमारे है,
वो ही नाथ हमारे है,
जगती में जयकार है,
बजरंगी का वार है,
शिव शंकर का इस धरती पर,
ये अद्भुत अवतार है।।
आज मंगलवार हैं,
बजरंगी का वार है,
शिव शंकर का इस धरती पर,
ये अद्भुत अवतार है।।