मीरा दीवानी हो गयी रे,
मीरा दीवानी हो गयी,
श्याम रंग में रंगी चुनरिया हो ओ ओ,
मीरा दीवानी हो गई रे,
मीरा मस्तानी हो गयी।।
राणा की राजधानी छोड़ी,
लोक लाज सब छोड़ी,
रंग के श्याम रंग में चुनर,
मीरा जी ने ओडी,
लोक लाज की नहीं खबरिया हो ओ ओ,
मीरा दिवानी हो गयी रे,
मीरा मस्तानी हो गयी।।
इस दुनिया से प्रीत तोड़ के,
श्यामल रंग चढ़ाया,
साथ सभी का छोड़ दिया और,
गिरिधर गिरिधर गाया,
वो तो ऐसी भाई बावरिया हो ओ ओ,
मीरा दिवानी हो गयी रे,
मीरा मस्तानी हो गयी।।
पैरों में वो घुँघरू बाँध के,
नाचे झूमे गाए,
भई विहरनी श्याम विरह और,
ना कोई है भाए,
वृन्दावन की गयी डगरिया हो ओ ओ,
मीरा दिवानी हो गयी रे,
मीरा मस्तानी हो गयी।।
लगन लगी तेरे दरश की,
और ना कोई भाए,
गली गली तोहे ढूंढती,
कही ना फिर वो पाए,
तेरे दर पे बीती उमरिया हो ओ ओ,
मीरा दिवानी हो गयी रे,
मीरा मस्तानी हो गयी।।
मीरा दीवानी हो गई रे,
मीरा दीवानी हो गई,
श्याम रंग में रंगी चुनरिया हो ओ ओ,
मीरा दीवानी हो गयी रे,
मीरा मस्तानी हो गयी।।