बालाजी से बड़ो ना,
बलवान कोई,
मेहंदीपुर के जैसो है,
ना धाम कोई।।
आके जो भी अर्जी लगावे,
हाथों हाथ ही पर्चो पावे,
देर होने को ना अठे काम कोई,
देर होने को ना अठे काम कोई,
मेहंदीपुर के जैसो है,
ना धाम कोई।।
सांचो यो दरबार कुहावे,
हेरा फेरी काम ना आवे,
चाहे निर्धन हो या धनवान कोई,
चाहे निर्धन हो या धनवान कोई,
मेहंदीपुर के जैसो है,
ना धाम कोई।।
मेहंदीपुर में देखो जाके,
बाबो सबका संकट काटे,
काल को भी चले ना अभिमान कोई,
काल को भी चले ना अभिमान कोई,
मेहंदीपुर के जैसो है,
ना धाम कोई।।
सोनू ऐ की शरण में आयो,
बाबो बेडो पार लगायो,
इब तो म्हारो भी राखे है ध्यान योही,
इब तो म्हारो भी राखे है ध्यान योही,
मेहंदीपुर के जैसो है,
ना धाम कोई।।
बालाजी से बड़ो ना,
बलवान कोई,
मेहंदीपुर के जैसो है,
ना धाम कोई।।