बोल राम राम,
खुश होंगे हनुमान रे,
पल में बनाएंगे,
तेरे बिगड़े काम रे,
तेरे बिगड़े काम रे।।
राम जी के भजन,
हनुमान जी को भाए,
हनुमान जी को भाए,
नाम राम का सुनके,
दौड़े दौड़े वो आए,
रटते यही नाम,
सुबह शाम आठो याम रे,
पल में बनाएंगे,
तेरे बिगड़े काम रे,
तेरे बिगड़े काम रे।।
तन मंन है उनका रंगा,
राम के ही रंग में,
राम के ही रंग में,
पल भर ना जाए दूर,
रहते है सदा संग में,
राम के ही चरणों में है,
उनका ही धाम रे,
पल में बनाएंगे,
तेरे बिगड़े काम रे,
तेरे बिगड़े काम रे।।
राम सिया का है उनके,
ह्रदय में ठिकाना,
ह्रदय में ठिकाना,
उनके जैसा राम भक्त,
जग में कोई भी हुआ ना,
रोम रोम में बसे उनके,
सीता राम रे,
पल में बनाएंगे,
तेरे बिगड़े काम रे,
तेरे बिगड़े काम रे।।
भक्त राम के है उनको,
प्राण से भी प्यारे,
प्राण से भी प्यारे,
देने को सहारे आए,
दौड़े राम के दुलारे,
कष्ट सारे मिटते लेने से,
उनका नाम रे,
पल में बनाएंगे,
तेरे बिगड़े काम रे,
तेरे बिगड़े काम रे।।
बोल राम राम,
खुश होंगे हनुमान रे,
पल में बनाएंगे,
तेरे बिगड़े काम रे,
तेरे बिगड़े काम रे।।