ओ मेरे बाबा बजरंगी,
तेरी जय जयकार मनाएंगे,
जय जयकार मनाएंगे,
तेरी जय जयकार मनाएंगे,
ओ मेरे बाबा बजरंगी,
तेरी जय जयकार मनाएंगे।।
करम खोल दे उन भक्तो के,
जो द्रष्टि से वंचित है,
द्रष्टि अगर मिल जाएगी तो,
तेरा दर्शन पाएंगे,
ओ मेरे बाबा बजरँगी,
तेरी जय जयकार मनाएंगे।।
करम खोल दे उन भक्तो के,
जो चलने से वंचित है,
चलने की शक्ति मिल जाएगी तो,
दर पे चलके आएँगे,
ओ मेरे बाबा बजरँगी,
तेरी जय जयकार मनाएंगे।।
करम खोल दे उन भक्तो के,
जो माया से वंचित है,
माया अगर मिल जाएगी तो,
तो तेरा भवन बनाएंगे,
ओ मेरे बाबा बजरँगी,
तेरी जय जयकार मनाएंगे।।
करम खोल दे उन भक्तो के,
जो वाणी से वंचित है,
वाणी अगर मिल जाएगी तो,
राम नाम धुन गाएंगे,
ओ मेरे बाबा बजरँगी,
तेरी जय जयकार मनाएंगे।।
करम खोल दे उन भक्तो के,
जो भक्ति से वंचित है,
भक्ति अगर मिल जाएगी तो,
तेरा ही गुण गाएंगे,
ओ मेरे बाबा बजरँगी,
तेरी जय जयकार मनाएंगे।।
ओ मेरे बाबा बजरंगी,
तेरी जय जयकार मनाएंगे,
जय जयकार मनाएंगे,
तेरी जय जयकार मनाएंगे,
ओ मेरे बाबा बजरंगी,
तेरी जय जयकार मनाएंगे।।