सारे देवो में देव निराला है,
मेरा बाबा दयालु खाटु वाला है।।
तर्ज – मेरे हाथों में नो नो।
सारे देवो मे देव निराला है,
मेरा बाबा दयालु खाटु वाला है,
रंगीला है सजीला है,
बड़ा मतवाला है,
सारे देवो में देव निराला है,
मेरा बाबा दयालु खाटु वाला है।।
मोर मुकुट कानो में कुंडल,
गल वैजन्ती माला है,
बांकी अदाए चैन चुराए,
मोहन मुरली वाला है,
रंगीला है सजीला है,
बड़ा मतवाला है,
सारे देवो मे देव निराला है,
मेरा बाबा दयालु खाटु वाला है।।
घुंगर वाले बाल है इनके,
मुखड़ा भोला भाला है,
होंठ रसीले नैन कटीले,
दिल को चुराने वाला है,
रंगीला है सजीला है,
बड़ा मतवाला है,
सारे देवो मे देव निराला है,
मेरा बाबा दयालु खाटु वाला है।।
बैठा है दरबार लगाकर,
भक्तो का रखवाला है,
‘अन्नू’ मोरछड़ी से खोले,
बंद किस्मत का ताला है,
रंगीला है सजीला है,
बड़ा मतवाला है,
सारे देवो मे देव निराला है,
मेरा बाबा दयालु खाटु वाला है।।
सारे देवो में देव निराला है,
मेरा बाबा दयालु खाटु वाला है,
रंगीला है सजीला है,
बड़ा मतवाला है,
सारे देवो मे देव निराला है,
मेरा बाबा दयालु खाटु वाला है।।