म्हारा मदन गोपाल,
म्हारा मीठोड़ा नंदलाल,
थारे बिना झूठो है,
जगत जंजाल।।
थारे खातिर सोऊ प्यारा,
थारे खातिर जागूं,
थारे खातिर उठु बैठु,
थारे खातिर भागू,
म्हारा मदन गोंपाल,
म्हारा मीठोड़ा नंदलाल,
थारे बिना झूठो है,
जगत जंजाल।।
थारी ही प्रसादी पाऊँ,
थारो जल पिऊं,
थारे खातिर सांस लेऊ,
थारे खातिर जीऊँ,
म्हारा मदन गोंपाल,
म्हारा मीठोड़ा नंदलाल,
थारे बिना झूठो है,
जगत जंजाल।।
थारा ही तो टाबर टोली,
थारो ही घर बार,
जठे जठे रहूँ बाला,
थारो ही दरबार,
म्हारा मदन गोंपाल,
म्हारा मीठोड़ा नंदलाल,
थारे बिना झूठो है,
जगत जंजाल।।
थारे खातिर आऊँ,
प्यारा थारे खातिर जाऊँ,
थारा ही भक्तों में बैठ,
थारा ही गुण गाऊँ,
म्हारा मदन गोंपाल,
म्हारा मीठोड़ा नंदलाल,
थारे बिना झूठो है,
जगत जंजाल।।
म्हारा मदन गोपाल,
म्हारा मीठोड़ा नंदलाल,
थारे बिना झूठो है,
जगत जंजाल।।
Singer – Shri Ramprasad Ji Maharaj
Upload By – Keshav