जल्दी करील बजार उठी जायगा,
जीवन की रेल छूटी जायगा,
यमपुरी को टिकट कटी जायगा,
जीवन की रेल छूटी जायगा।।
म्हारो हरि नाम को बाबु हरी झंड़ी बतावसे,
यमराज टीटी फिर सिटी बजावसे,
हो डब्बा डब्बा सवारी बठी जायगा,
जीवन की रेल छूटी जायगा,
यमपुरी को टिकट कटी जायगा,
जीवन की रेल छूटी जायगा।।
यमपुरी का टेशन पर चेकिंग चलगा,
आसा विदाउट चलन्या पर डंडा पड़गा,
ओको लंबो चालान बणी जायगा,
जीवन की रेल छूटी जायगा,
यमपुरी को टिकट कटी जायगा,
जीवन की रेल छूटी जायगा।।
म्हारो हरी नाम को टिकिट भाई लग सबख प्यारो,
आपुण करणी आसी करो भाई जीवन सुधारो,
ओ इना तन मन को मयल छूटी जाएगा,
जीवन की रेल छूटी जायगा,
यमपुरी को टिकट कटी जायगा,
जीवन की रेल छूटी जायगा।।
जल्दी करील बजार उठी जायगा,
जीवन की रेल छूटी जायगा,
यमपुरी को टिकट कटी जायगा,
जीवन की रेल छूटी जायगा।।
गायक – उमेश प्रतापत।
Upload By – Daksh Gayak
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